गोरखपुर ग्रामीण
दीवार गिराने से शुरू हुआ विवाद, हाथापाई में घायल हुआ व्यक्ति – गोरखपुर में पड़ोसियों के बीच झगड़ा
उरुवा थाना क्षेत्र में संपत्ति विवाद को लेकर पड़ोसियों के बीच हुई झड़प में एक व्यक्ति के साथ मारपीट की गई। पीड़ित ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि विरोध करने पर उसके साथ हाथापाई की गई और जातिगत टिप्पणी की गई। पुलिस ने चार लोगों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है।
गोरखपुर जनपद के उरुवा थाना क्षेत्र में एक संपत्ति विवाद गंभीर रूप ले गया, जिसमें एक व्यक्ति के साथ मारपीट और अपमानजनक व्यवहार किया गया। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर के आधार पर चार व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
संपत्ति विवाद से शुरू हुआ मामला
सूती टोला करवनियां, उरुवा बाजार निवासी गोपाल ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि 13 दिसंबर की शाम लगभग 8 बजे उनके पड़ोसियों राजीव यादव, राकेश यादव, सुरेंद्र यादव और रामपति यादव ने उनकी जमीन पर बनी करीब चार फुट ऊंची दीवार को तोड़ दिया।
विरोध करने पर हुई हाथापाई
शिकायतकर्ता गोपाल ने जब अपनी दीवार गिराए जाने का विरोध किया, तो आरोपित व्यक्तियों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। पीड़ित के अनुसार, उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया और जातिगत आधार पर अपमानजनक शब्द कहे गए।
स्थानीय लोगों के आने पर भागे आरोपी
घटनास्थल पर जब आसपास के लोग पहुंचे, तो आरोपित लोगों ने गोपाल को जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से फरार हो गए। पीड़ित का कहना है कि यह पहली बार नहीं है, बल्कि आरोपियों ने पहले भी उनकी दीवार गिराई थी।
पुलिस ने दर्ज किया गंभीर मामला
उरुवा थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के आधार पर चारों आरोपियों के विरुद्ध मारपीट, धमकी और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धाराओं के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई चल रही है।
थाना प्रभारी ने कहा कि किसी भी प्रकार के जातिगत भेदभाव और हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस पीड़ित को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
अपराध
मोबाइल चार्ज करने गई थी, लौटकर पिता ने देखा बेटी का निर्जीव शरीर – गोरखपुर में हैरान करने वाली घटना
गोरखपुर जिले के गुलरिहा थाना अंतर्गत बरगदहीं गांव में सोमवार को एक 19 साल की युवती की मौत हो गई। पिता ने घर लौटने पर बेटी को बेसुध अवस्था में पाया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा है और मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
गोरखपुर। जनपद के गुलरिहा थाना क्षेत्र अंतर्गत बरगदहीं ग्राम पंचायत के बिचला टोला में सोमवार की शाम एक दुखद घटना सामने आई। 19 वर्षीय एक युवती की रहस्यमय परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही भटहट चौकी की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आवश्यक कार्रवाई शुरू की।
पिता को मिली घटना की जानकारी
भटहट चौकी के प्रभारी मदन मोहन मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि स्थानीय निवासी रघुवर निषाद ने पुलिस प्रशासन को इस घटना की सूचना दी थी। रघुवर निषाद की पुत्री नेहा निषाद (उम्र 19 वर्ष) अपने मोबाइल फोन को चार्ज करने के उद्देश्य से मुख्य सड़क पर स्थित एक अन्य घर में गई थी।
गोरखपुर में शादी समारोह के दौरान बिजली का झटका, एक की मौत और 9 लोग झुलसे
असामान्य स्थिति में मिला शव
जब रघुवर निषाद शाम को अपने आवास पर लौटे, तो उन्होंने अपनी बेटी को कमरे के अंदर असामान्य हालत में पाया। इसके उपरांत परिजनों ने तुरंत स्थानीय पुलिस चौकी को घटना की सूचना दी।
पुलिस ने शुरू की जांच
सूचना प्राप्त होने के पश्चात भटहट चौकी से पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचा। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। चौकी प्रभारी मदन मोहन मिश्रा ने बताया कि मृत्यु के सही कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जा रही है।
थाना उरुवा में डीआईजी का आकस्मिक निरीक्षण, अभिलेखों के रखरखाव और साफ-सफाई सुधारने के निर्देश
पुलिस परिजनों और आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वास्तविक वजह स्पष्ट हो सकेगी। फिलहाल मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।
उत्तर प्रदेश
पूर्वांचल विद्युत निगम में हजारों अस्थायी कर्मचारियों की नौकरी खतरे में, कर्मचारी संगठनों ने खोला मोर्चा
गोरखपुर स्थित पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में नई ठेकेदारी व्यवस्था लागू होने से तीन हजार से अधिक अनुबंध आधारित कर्मचारियों की छंटनी हो रही है। विद्युत कर्मी संगठनों ने इस फैसले के विरुद्ध जोरदार विरोध शुरू कर दिया है और मुख्यमंत्री से दखल देने की गुहार लगाई है।
गोरखपुर। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में नई टेंडर प्रक्रिया के चलते बड़ी संख्या में अनुबंध पर काम कर रहे बिजली कर्मचारियों को निकाला जा रहा है। इस निर्णय से कर्मचारियों में तीव्र असंतोष फैल गया है और विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने इसके खिलाफ आवाज बुलंद की है।
नई व्यवस्था से हो रही बड़े स्तर पर छंटनी
संघर्ष समिति के प्रमुख पदाधिकारी पुष्पेंद्र सिंह, जीवेश नंदन, जितेंद्र कुमार गुप्ता, सीबी उपाध्याय, प्रभुनाथ प्रसाद, संगमलाल मौर्य, इस्माइल खान, संदीप श्रीवास्तव, करुणेश त्रिपाठी, ओम गुप्ता, राजकुमार सागर, विजय बहादुर सिंह और राकेश चौरसिया ने मीडिया को बताया कि निगम प्रशासन प्रतिदिन सैकड़ों संविदा आधारित कर्मचारियों को सेवा से हटा रहा है। इस वजह से कार्यालयों में काम का माहौल बिगड़ गया है और बचे हुए कर्मियों पर काम का दबाव कई गुना बढ़ गया है।
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एस्मा कानून लगाने पर जताया विरोध
कर्मचारी संगठनों ने अति आवश्यक सेवा अनुरक्षण कानून (एस्मा) को लागू किए जाने की भी कड़ी आलोचना की है। उनका कहना है कि बिजली विभाग में पिछले पच्चीस सालों से यह कानून चल रहा है, और अब इसे राज्य सरकार के कर्मचारियों, नगर निकाय तथा निगम कर्मियों पर भी थोपा जा रहा है। संगठनों ने इसे जनतांत्रिक मूल्यों और कर्मचारी अधिकारों पर प्रहार बताया है।
मुख्यमंत्री से की गई विशेष अपील
समिति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संविदा कर्मियों की सेवाएं समाप्त करने की प्रक्रिया तुरंत रोकने का आग्रह किया है। कर्मचारी नेताओं ने याद दिलाया कि मई 2017 में जारी सरकारी आदेश में शहरी इलाकों के उपकेंद्रों में 36 और गांवों में 20 कर्मचारी तैनात करने का नियम था, परंतु नए ठेके में लगभग आधे कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है।
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वर्टिकल पुनर्गठन योजना पर उठे सवाल
संघर्ष समिति ने आरोप लगाया कि वर्टिकल पुनर्संरचना योजना की असफलता के बावजूद निगम प्रबंधन इसे दूसरे शहरों में भी लागू करने पर तुला है। संगठनों का मानना है कि इसका असली मकसद बिजली वितरण को निजी फ्रेंचाइजी कंपनियों को सौंपना है, जिससे सरकारी नौकरियां खत्म होंगी और बिजली सेवाएं कमजोर पड़ेंगी।
कई जनपदों में पदों को समाप्त करने की तैयारी
समिति के अनुसार भदोही, मिर्जापुर, आजमगढ़, मऊ और फतेहपुर के अतिरिक्त अब सीतापुर, रायबरेली, उन्नाव और हरदोई जिलों में भी वर्टिकल पुनर्गठन कर पदों को खत्म करने की योजना बनाई जा रही है। कर्मचारी नेताओं का आरोप है कि पावर कॉर्पोरेशन का प्रबंधन निजीकरण की ओर बढ़ते हुए प्रदेश की विद्युत व्यवस्था को गंभीर संकट में डाल रहा है।
तीन हजार से ज्यादा कर्मचारियों को हटाया गया
संगठन द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक वाराणसी से 417, कुशीनगर से 450, बस्ती से 453, गोरखपुर से 326, भदोही से 429, सोनभद्र से 535, प्रयागराज से 526 और कौशांबी से 569 संविदा कर्मचारियों को सेवा से मुक्त कर दिया गया है। कुल मिलाकर करीब 3705 अनुबंध कर्मियों की नौकरी जाने से उनमें तीव्र आक्रोश है और वे आंदोलन को और तेज करने की रणनीति बना रहे हैं।
380 दिनों से जारी है विरोध प्रदर्शन
पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों के निजीकरण के विरोध में चल रहा आंदोलन 380वें दिन भी जारी रहा। सभी जिलों में बिजली कर्मचारियों ने जमकर प्रदर्शन किया और छंटनी रोकने, एस्मा कानून वापस लेने तथा निजीकरण की कार्यवाही पर रोक लगाने की मांग को दोहराया।

गोरखपुर ग्रामीण
गोरखपुर में शादी समारोह के दौरान बिजली का झटका, एक की मौत और 9 लोग झुलसे
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में रविवार की देर शाम एक शादी समारोह खुशियों की जगह गम में तब्दील हो गया, जब हाई वोल्टेज बिजली की तार से संपर्क में आने से भीषण हादसा हो गया। इस दुर्घटना में एक व्यक्ति की जान चली गई, जबकि नौ अन्य लोग बुरी तरह झुलस गए।
कहां और कैसे हुई घटना
झंगहा पुलिस क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले हरैया गांव में यह दिल दहला देने वाली घटना घटी। चौरी चौरा थाने के भाऊपुर गांव से निकली बारात जब गोबरी निषाद के घर पहुंची, तो किसी को अंदाजा नहीं था कि खुशी का यह अवसर इतना बड़ा हादसा बन जाएगा।
दूल्हे की सवारी को सजाने के लिए रथ पर विशेष रोशनी की व्यवस्था की गई थी। लेकिन दुर्भाग्यवश यह सजावटी लाइटिंग सिस्टम 11 हजार वोल्ट की उच्च दबाव विद्युत लाइन के संपर्क में आ गया। इसके परिणामस्वरूप पूरे लाइटिंग सेटअप में तीव्र करंट प्रवाहित हो गया।
गोरखपुर के दीपगढ़ में खाली घर से लाखों की चोरी, परिवार के मायके जाते ही बदमाशों ने किया वारदात
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हादसे का असर
बिजली के इस भयानक झटके की चपेट में कुल दस लोग आए। सभी पीड़ित बारात में शामिल थे। घटना की गंभीरता इतनी अधिक थी कि एक व्यक्ति को मौके पर ही जान गंवानी पड़ी। वहीं, नौ अन्य लोग गंभीर रूप से झुलस गए और उन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता की जरूरत पड़ी।
आसपास मौजूद लोगों और ग्रामीणों ने तुरंत सहायता पहुंचाई और घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल सभी घायलों का इलाज चल रहा है और डॉक्टरों की टीम उनकी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है।
प्रशासनिक कार्रवाई
दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच गया। घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस ने अफरा-तफरी की स्थिति को काबू में किया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है।
अधिकारी यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर लाइटिंग व्यवस्था हाई टेंशन तार के इतने करीब कैसे आई और क्या सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था या नहीं।
सुरक्षा पर सवाल
यह घटना एक बार फिर शादी-विवाह जैसे समारोहों में बिजली संबंधी सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि उच्च दबाव की बिजली लाइनों के आसपास किसी भी प्रकार की धातु या विद्युत प्रवाहकीय सामग्री का उपयोग अत्यंत सावधानी से किया जाना चाहिए।
अपराध
गोरखपुर के दीपगढ़ में खाली घर से लाखों की चोरी, परिवार के मायके जाते ही बदमाशों ने किया वारदात
गोरखपुर: गोला थाना इलाके के दीपगढ़ गांव में एक खाली पड़े घर में चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम दिया गया। 21 नवंबर की रात को बदमाशों ने एक ऐसे मकान को अपना शिकार बनाया, जिसके मालिक परिवार सहित अपने ससुराल गए हुए थे। चोरों ने दरवाजे का ताला तोड़कर घर के अंदर घुसते हुए तिजोरी को खोलकर उसमें रखे कीमती आभूषणों और नकदी को लेकर फरार हो गए।
22 नवंबर को हुआ खुलासा
घटना की जानकारी तब मिली जब घर की मालकिन रीना सिंह अपने पति दुर्गविजय सिंह और बच्चों के साथ 22 नवंबर को शाम के समय अपने घर वापस आईं। घर पहुंचते ही उन्हें मुख्य दरवाजे का ताला टूटा हुआ नजर आया। अंदर जाने पर पूरा घर बिखरा हुआ था और तिजोरी का ताला भी खुला पड़ा था। जांच करने पर पता चला कि तिजोरी में रखे सभी कीमती सामान गायब हो चुके थे।
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क्या-क्या हुआ चोरी?
पीड़ित महिला ने बताया कि तिजोरी से पांच सोने की अंगूठियां, दो सोने की चेन, चार जोड़ी पायल, बीस बिछिया, झुमके, झाला, चांदी का करधनी समेत कई अन्य जेवरात गायब हो गए हैं। इसके अलावा तीन हजार रुपये की नकदी भी चोरी हो गई है। सभी आभूषणों की कुल कीमत लाखों रुपये आंकी जा रही है।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
घबराई हुई रीना सिंह ने तुरंत पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर फोन करके सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने घर का मुआयना किया और आसपास के इलाके में छानबीन शुरू कर दी। पीड़िता की तहरीर के आधार पर गोला पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 305 और 331/4 के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
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गांव में दहशत का माहौल
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों से इस इलाके में चोरी की वारदातें बढ़ती जा रही हैं, जिससे ग्रामवासियों में डर का माहौल बन गया है। लोगों ने पुलिस प्रशासन से रात के समय गश्त बढ़ाने और संदिग्ध लोगों पर निगरानी रखने की मांग की है।
पुलिस जल्द पकड़ने का दावा
गोला थाने के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले को संजीदगी से लिया जा रहा है और जांच पूरे जोर-शोर से चल रही है। पुलिस सीसीटीवी कैमरों के फुटेज, मुखबिरों की सूचना और तकनीकी साधनों की मदद से अपराधियों का पता लगाने में जुटी है। पुलिस ने जल्द ही चोरों को गिरफ्तार करने का दावा किया है।
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सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं, ताकि आम लोग अपने घरों में सुरक्षित रह सकें।
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गोरखपुर ग्रामीण
सिकरीगंज में चोरी करने वाले दो युवकों की गिरफ्तारी, पुलिस ने बरामद किए रुपये
गोरखपुर के सिकरीगंज थाना क्षेत्र में दुकान का ताला तोड़कर चोरी करने वाले दो चोर—संतोष निषाद और राहुल यादव—को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने चोरी किए गए 10,600 रुपये भी बरामद किए।
गोरखपुर। सिकरीगंज थाना क्षेत्र में हुई चोरी की घटना का पुलिस ने 48 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है। स्थानीय बाजार की एक दुकान का ताला तोड़कर नकदी उड़ाने वाले दो शातिर चोर पुलिस की गिरफ्त में आ गए।
घटना 20 नवंबर की रात की है, जब एक दुकान का ताला तोड़कर 10,600 रुपये चोरी कर लिए गए थे। पीड़ित दुकानदार की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की।
थाना उरुवा में डीआईजी का आकस्मिक निरीक्षण, अभिलेखों के रखरखाव और साफ-सफाई सुधारने के निर्देश
छानबीन के दौरान पुलिस ने तकनीकी और स्थानीय जानकारी के आधार पर दोनों आरोपियों को चिन्हित किया और मंगलवार को दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए युवकों की पहचान—
- संतोष निषाद (निवासी: सिकरीगंज)
- राहुल यादव (निवासी: सिकरीगंज डेबरा)
के रूप में हुई है।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने चोरी की वारदात कबूल करते हुए बताया कि उन्होंने रात के समय दुकान का ताला तोड़कर पैसे चुराए थे। तलाशी में पुलिस ने चोरी किए गए 10,600 रुपये भी बरामद कर लिए।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
स्थानीय पुलिस का कहना है कि क्षेत्र में गश्त और निगरानी को और बढ़ाया गया है, ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
गोरखपुर में राप्ती नदी से मिला युवक का शव, पहचान होने के बाद पुलिस ने तेज की जांच
उत्तर प्रदेश
थाना उरुवा में डीआईजी का आकस्मिक निरीक्षण, अभिलेखों के रखरखाव और साफ-सफाई सुधारने के निर्देश
डीआईजी एस.एस. चन्नप्पा ने थाना उरुवा का अचानक निरीक्षण किया। अभिलेखों, महिला हेल्प डेस्क, साइबर डेस्क और मिशन शक्ति केंद्र को और बेहतर रखने के निर्देश दिए।
गोरखपुर: शनिवार को डीआईजी रेंज गोरखपुर एस.एस. चन्नप्पा ने थाना उरुवा पहुंचकर आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने थाना परिसर की कार्यप्रणाली, अभिलेखों के रखरखाव और विभिन्न डेस्कों के संचालन की बारीकी से समीक्षा की।
डीआईजी ने सबसे पहले थाना कार्यालय में प्रचलित अभिलेखों का अवलोकन किया। उन्होंने अभिलेखों के रखरखाव को संतोषजनक बताते हुए कहा कि सभी रिकॉर्ड और अधिक सुव्यवस्थित व अपडेटेड स्थिति में होने चाहिए। उन्होंने साफ निर्देश दिया कि महत्वपूर्ण दस्तावेजों को समय-समय पर अपडेट किया जाए और किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो।
गोरखपुर में राप्ती नदी से मिला युवक का शव, पहचान होने के बाद पुलिस ने तेज की जांच
गोरखपुर: सजावट के दौरान लगा करंट, युवक की मौके पर मौत— परिवार में कोहराम
निरीक्षण के दौरान डीआईजी ने महिला हेल्प डेस्क व साइबर हेल्प डेस्क की व्यवस्था की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इन दोनों डेस्कों का संचालन पूरी संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई के साथ होना चाहिए, ताकि पीड़ितों को समय पर उचित सहायता मिल सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि मामलों की कार्यवाही समयबद्ध हो और पीड़ितों की समस्याओं का शीघ्र निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
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इसी क्रम में डीआईजी ने नवगठित मिशन शक्ति केंद्र का भी निरीक्षण किया। उन्होंने केंद्र में सुरक्षा व्यवस्था, उपलब्ध सुविधाओं और साफ-सफाई की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने साफ निर्देश दिया कि मिशन शक्ति केंद्र महिलाओं की सुरक्षा और सहायता के लिए एक सशक्त मंच बने, इसके लिए सभी प्रावधान बेहतर ढंग से संचालित किए जाएं।
निरीक्षण के बाद डीआईजी ने थाना परिसर की समग्र साफ-सफाई पर भी संतोष जताया और जरूरत के अनुसार सुधार करने के सुझाव दिए।
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जनहित में महत्वपूर्ण सूचना
अगर आपको किसी भी प्रकार की अपराधिक गतिविधि, उत्पीड़न, साइबर फ्रॉड या आपात स्थिति की जानकारी मिलती है, तो बिना देर किए उत्तर प्रदेश पुलिस को अवश्य सूचित करें।
आपकी सूचना किसी बड़ी घटना को रोक अथवा बड़ी मदद बन सकती है।
📞 UP Police Helpline: 112
📞 महिला हेल्पलाइन: 1090
📞 साइबर फ्रॉड रिपोर्ट: 1930
गोरखपुर ग्रामीण
गोरखपुर में राप्ती नदी से मिला युवक का शव, पहचान होने के बाद पुलिस ने तेज की जांच
गोरखपुर के बढ़हलागंज क्षेत्र में राप्ती नदी से एक युवक का शव बरामद होने से हड़कंप। कागजातों से पहचान देवरिया के आशुतोष कुमार के रूप में हुई। जांच जारी।
गोरखपुर: बढ़हलागंज क्षेत्र में शुक्रवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब नवलपुर गांव के पास राप्ती नदी में एक युवक का शव तैरता हुआ दिखाई दिया। नदी किनारे मौजूद ग्रामीणों ने यह दृश्य देखते ही इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दी। सूचना मिलते ही बढ़हालागंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकलवाकर जांच शुरू कर दी।
कागजातों से हुई युवक की पहचान
पुलिस ने बताया कि मृतक की उम्र करीब 30 साल के आसपास प्रतीत होती है। तलाशी के दौरान उसके कपड़ों के पास एक छोटा पैकेट मिला, जिसमें कुछ दस्तावेज थे। इन्हीं कागजातों की मदद से मृतक की पहचान देवरिया जिले के मदनपुर गांव निवासी आशुतोष कुमार के रूप में की गई। पुलिस ने वहां मिले मोबाइल नंबरों और पते के आधार पर परिजनों को इसकी सूचना दे दी है।
स्थानीय लोगों में तरह–तरह की आशंकाएँ
घटना की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में लोग नदी किनारे जमा हो गए। कुछ ग्रामीणों ने दावा किया कि आशुतोष कई दिनों से घर से गायब था, जबकि कई लोगों ने इस मौत को संदिग्ध बताया। भीड़ नियंत्रण और किसी तरह की बाधा न होने के लिए पुलिस ने क्षेत्र की घेराबंदी कर दी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा कारण
थाना प्रभारी के अनुसार, प्रारंभिक जांच में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। शव को पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही यह पता चलेगा कि यह दुर्घटना है, आत्महत्या है या किसी प्रकार की आपराधिक घटना।
नदी किनारे पुलिस टीम ने सर्च अभियान भी चलाया, ताकि कोई और सामान, मोबाइल या अन्य सुराग मिल सके जो जांच को आगे बढ़ा सके।
परिजनों से पूछताछ भी शुरू
पुलिस का कहना है कि परिजनों के बयान से यह जानकारी जुटाई जाएगी कि आशुतोष कब से घर से लापता था, उसकी मानसिक स्थिति कैसी थी और क्या वह किसी तनाव में था। सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है और दो टीमें इस मामले की गहराई से छानबीन कर रही हैं।
पुलिस की अपील—अफवाहें न फैलाएँ
राप्ती नदी में शव मिलने की यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी तरह की अपुष्ट बातें फैलाने से बचें और जांच में सहयोग करें। पुलिस का कहना है कि जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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अपराध32 minutes agoमोबाइल चार्ज करने गई थी, लौटकर पिता ने देखा बेटी का निर्जीव शरीर – गोरखपुर में हैरान करने वाली घटना
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उत्तर प्रदेश52 minutes agoपूर्वांचल विद्युत निगम में हजारों अस्थायी कर्मचारियों की नौकरी खतरे में, कर्मचारी संगठनों ने खोला मोर्चा
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