उत्तर प्रदेश
थानेदारी पर आई आंच तो सुधरने लगी पुलिस की कार्यप्रणाली
गोरखपुर पब्लिक रेटिंग से थानेदारी पर आंच आई तो पुलिस की कार्यप्रणाली सुधर गई।अफसरों की माथा पच्ची के बीच ही थानेदारों की जवाबदेही है ….
अयोध्या आजमगढ़ उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड ओपिनियन ओपिनियन कवि सम्मलेन कुशीनगर गीत संगीत गोरखपुर ग्रामीण गोरखपुर शहर ग्रामीण भारत टॉप न्यूज़ ताज़ा ख़बर दिल्ली दिल्ली देवरिया नजरिया पड़ताल प्रवासी फोटो बनारस बलिया बस्ती बिहार ब्रेकिंग न्यूज़ मऊ महाराजगंज मौसम लखनऊ लाइफ़स्टाइल विविध सन्तकबीर नगर
यूपी में आज से 3 दिनों तक बारिश की चेतावनीअन्य अपना शहर अपराध अयोध्या आजमगढ़ आवाज इतिहास के झरोखों से इतिहास के झरोखों से उड़ान उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड ओपिनियन कवि सम्मलेन कवि सम्मलेन कुशीनगर क्षेत्र पंचायत गोरखपुर ग्रामीण गोरखपुर शहर ग्रामीण भारत चुनाव जिला पंचायत झारखण्ड टॉप न्यूज़ ताज़ा ख़बर दिल्ली दिल्ली दुनिया देवरिया देश विदेश नजरिया पंचायती चुनाव पंजाब पश्चिम बंगाल फिल्म जगत फोटो बनारस बलिया बस्ती बिहार न्यूज़ ब्रेकिंग न्यूज़ मऊ मनोरंजन महाराजगंज राजधानी राजनीति राज्यों से लखनऊ लाइफ़स्टाइल लोकसभा विचार विधान सभा विशेष वेब सीरिज वेब स्टोरीज शिक्षा शिखर का सफर शुभकामना संदेश सन्तकबीर नगर
भारतीय संविधान के शिल्पकार, महान दलित, पिछड़े वर्ग के चिन्तक, एवं समाज सुधारक बाबा भीमराव अम्बेडकर जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमनअन्य अपराध अयोध्या आवाज आस्था इतिहास के झरोखों से इतिहास के झरोखों से उड़ान उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड एक्सक्लूसिव ओपिनियन ओपिनियन कवि सम्मलेन कारोबार क्रिकेट खेल गीत संगीत गोरखपुर ग्रामीण गोरखपुर शहर जिला पंचायत झारखण्ड टॉप न्यूज़ ताज़ा ख़बर दिल्ली दिल्ली दुनिया देश विदेश नजरिया नौकरी, रोजगार पंजाब पड़ताल पश्चिम बंगाल प्रवासी फिल्म जगत फेंक न्यूज़ एक्सपोज़ फैक्ट चेक बिहार बिहार न्यूज़ ब्रेकिंग न्यूज़ मनोरंजन महाराजगंज मुशायरा मौसम राजधानी राजनीति राज्यों से लखनऊ लखनऊ, लाइफ़स्टाइल वायरल न्यूज़ विचार विविध विशेष वेब सीरिज वेब स्टोरीज व्यक्तित्व शिक्षा शिखर का सफर शुभकामना संदेश सन्तकबीर नगर हरियाणा
इस होली पर आप रंगो के साथगोरखपुर पब्लिक रेटिंग से थानेदारी पर आंच आई तो पुलिस की कार्यप्रणाली सुधर गई।अफसरों की माथा पच्ची के बीच ही थानेदारों की जवाबदेही है ….
Published
2 years agoon
By
JP
गोरखपुर से आगे हैं ये जिले…
गोरखपुर; पब्लिक रेटिंग से थानेदारी पर आंच आई तो पुलिस की कार्यप्रणाली सुधर गई।अफसरों की माथा पच्ची के बीच ही थानेदारों की जवाबदेही का असर है कि छह महीने में औसतन 55 प्रतिशत से अधिक लोगों को संतुष्ट करने में गोरखपुर पुलिस सफल रही। हालांकि, गोरखपुर से आगे महराजगंज, कुशीनगर और देवरिया पुलिस है। यहां पर यह प्रतिशत 60 से ऊपर पहुंच चुका है। दूसरी ओर गोरखपुर में आईजीआरएस निपटारे में तो सुधार हुआ, लेकिन एफआईआर दर्ज करने में पुलिस अब भी पीछे हैं।
पब्लिक रेटिंग के शुरुआत के छह महीने पूरे होने के बाद मंगलवार को एडीजी अखिल कुमार ने इसकी समीक्षा की। जोन के सभी जिले में हुए सुधार पर संतोष जाहिर किया तो एफआईआर दर्ज करने में हीलाहवाली पर नाराजगी जाहिर कर इसे सुधारने का आदेश जारी कर दिया।
दरअसल, आम लोगों के प्रति पुलिस को जवाबदेह बनाने के लिए एडीजी ने मार्च में पब्लिक रेटिंग सिस्टम लागू किया था। सोशल मीडिया, पुलिस के ऑफिसियल वेबसाइट और डायरेक्ट पोल के माध्यम से लोगों से फीडबैक लिए गए। इसमें ज्यादा सुधार न होने पर एडीजी ने बीते दिनों नया आदेश जारी कर कहा कि यदि तीन बाद लगातार कम अंक रहे तो संबंधित थानेदार को हटा दिया जाएगा। इसके बाद ग्राफ में तेजी से उछाल देखने को मिला है।
एफआईआर दर्ज होने से महज 11 प्रतिशत लोग संतुष्ट;
गोरखपुर जिले में एफआईआर दर्ज करने से महज 11 प्रतिशत लोग ही संतुष्ट हैं। इसका असर रोजाना ही पुलिस दफ्तरों में भी देखने को मिलता है। अगस्त के सर्वे में केवल 11.4 प्रतिशत लोगों ने एफआईआर को लेकर संतोष जाहिर किया है। जबकि, मार्च में जब सर्वे स्टार्ट हुआ था तब 30.22 प्रतिशत लोगों ने संतोष जाहिर किया था। धीरे-धीरे हर महीने इसका ग्राफ गिरता गया।
एफआईआर का गिरता गया ग्राफ
महीना फीडबैक प्रतिशत में
मार्च 30.22
अप्रैल 27.2
मई 23.0
जून 16.6
जुलाई 23.5
अगस्त 11.4
आईजीआरएस का बढ़ा ग्राफ;
महीना फीडबैक प्रतिशत
मार्च 25.47
अप्रैल 28.5
मई 26.4
जून 19.5
जुलाई 57.4
अगस्त 35.1
यहां सुधरा परफार्मेंस
ट्विटर पर गोरखपुर पुलिस को पब्लिक का अच्छा सपोर्ट मिला है। पुलिस को मार्च में ट्विटर पर केवल 35 प्रतिशत जनता का समर्थन मिला, जबकि अगस्त में गोरखपुर पुलिस को 53 प्रतिशत लोगों ने वोट कर अति उत्तम बताया। इसी तरह डायरेक्ट पोल में भी मार्च में पुलिस को 49.00 प्रतिशत वोट मिले। जबकि, अगस्त में इसका ग्राफ तेजी से बढ़ते हुए 71.7 प्रतिशत पहुंच गया। यहां भी पब्लिक पुलिस से संतुष्ट नजर आई।
रेटिंग में भी हुआ सुधार
छह माह तक चले इस सर्वे में गोरखपुर पुलिस के पब्लिक अप्रुवल रेटिंग में भी सुधार देखने को मिल रहा है। मार्च में पुलिस की रेटिंग 43.05 थी। जो अगस्त में बढ़कर 55.55 प्रतिशत पहुंच गई। इसी तरह पीआरवी के परफार्मेंस से पब्लिक संतुष्ट नजर आई। मार्च में 75.58 प्रतिशत लोगों ने संतुष्टि जाहिर की। वहीं अगस्त में 73.2 प्रतिशत लोगों ने पीआरवी के परफार्मेंस को अच्छा बताया।
पब्लिक अप्रुवल रेटिंग में गोरखपुर पीछे
गोरखपुर मंडल के चार जिलों के पब्लिक अप्रुवल रेटिंग की बात की जाए तो अगस्त में गोरखपुर की 55.55, देवरिया 66.13, कुशीनगर 65.37 और महाराजगंज 62.38 प्रतिशत है। चार जिलों में गोरखपुर की रेटिंग सबसे पीछे है।
ऐसे कर सकते हैं वोट
पुलिस के फेसबुक और ट्विटर पेज पर लिंक दिया जाता है। जिस पर सीधे जिले या फिर थाने से संबंधित वोट कर सकते हैं। इसके अलावा व्हाट्सएप ग्रुप पर भी लिंक को वायरल किया जाता है।
गोरखपुर जोन एडीजी अखिल कुमार ने कहा कि पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार के लिए पब्लिक अप्रुवल सिस्टम की शुरुआत की गई। इसके माध्यम से जनता पुलिस को वोट कर रही है। पिछले छह महीने में तुलनात्मक रूप में पुलिस की छवि सुधरी है, लेकिन एफआईआर दर्ज करने में गोरखपुर सहित कुछ जिले में लोग संतुष्ट नहीं है। इसे सुधार करने का आदेश दिया गया है। कोशिश यही है कि ऐसी व्यवस्था हो कि पीड़ित को थाने से न्याय मिले और उसे अफसरों के दफ्तरों का चक्कर न काटना पड़े।
प्राथमिक विद्यालय का ताला तोड़कर चोरी
झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन के नए नेता “चंपई सोरेन”
नीतीश कुमार ने बिहार में अपनी नवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि सम्राट और विजय सिन्हा डिप्टी सीएम बने
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एयरपोर्ट से गोरखनाथ मंदिर तक भव्य स्वागत, गुरु को रामनामी चुनरी ओढ़ाई
रंगदारी नहीं मिलने पर अतीक अहमद के करीबी ने दबंगई की, कारोबारी पर तलवार से हमला, दर्ज FIR
नामी चेहरों पर दांव लगा सकती है बसपा, आकाश, सतीश चंद्र मिश्र और अशोक सिद्धार्थ के नाम लोकसभा चुनाव में आ सकते हैं सामने
राशनकार्ड धारकों के लिए यूपी में अब नया नियम हुआ जारी, प्रत्येक यूनिट सदस्यों को लगाना होगा अंगूठा
India vs Australia दूसरा टी20 मैच: भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 44 रन से हराया, बढ़त 2-0 की
You cannot copy content of this page