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प्रशांत किशोर के बयान पर विवाद, BJP नेता ने दर्ज कराई FIR, सम्राट चौधरी के अपमान का आरोप
पटना, बिहार
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर एक बार फिर विवादों में हैं। मीडिया कॉन्क्लेव में दिए गए बयान को लेकर भाजपा नेता कृष्ण सिंह कल्लू ने पटना के गांधी मैदान थाना में उनके खिलाफ FIR दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि प्रशांत किशोर ने अपने बयान में बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी का अपमान किया, जिससे पार्टी कार्यकर्ताओं में आक्रोश है।
FIR दर्ज होने के बाद इस मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है। बीजेपी नेताओं ने इसे पार्टी नेतृत्व का अपमान बताया है, वहीं प्रशांत किशोर की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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उत्तर प्रदेश
वाराणसी में दिल दहला देने वाली घटना: पारिवारिक कलह में पिता ने दो मासूमों के साथ गंगा में लगाई छलांग, बच्चे लापता
वाराणसी, उत्तर प्रदेश | सोमवार, 4 अगस्त 2025
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में सोमवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। पारिवारिक विवाद के चलते चिरईगांव थाना क्षेत्र के चांदपुर गांव निवासी दुर्गा सोनकर (30) ने अपने दो मासूम बेटों के साथ गंगा नदी में छलांग लगा दी।
🔴 घटना का पूरा विवरण :
घटना सोमवार दोपहर लगभग 12 बजे की है। चिरईगांव थाना क्षेत्र के चांदपुर गांव निवासी दुर्गा सोनकर (30) सोमवार को अपने दो बेटों संदीप (7) और आशीष (5) को लेकर रिंग रोड स्थित भवनपुरा पुल पर पहुंचा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोपहर करीब 12 बजे उसने अचानक दोनों बेटों को साथ लेकर गंगा नदी में छलांग लगा दी। मौके पर मौजूद कुछ राहगीरों और स्थानीय लोगों ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस और परिजनों को दी। दुर्भाग्यवश, मौके पर पहुंचने में एनडीआरएफ की टीम को करीब दो घंटे लग गए।
करीब दो घंटे तक एनडीआरएफ की टीम नहीं पहुंची, लेकिन इसी बीच दोपहर करीब 1:50 बजे दुर्गा सोनकर को मुस्तफाबाद रेता के पास गंगा में बहते हुए देखा गया। ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें बाहर निकाला और तत्काल निजी अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल दुर्गा की हालत स्थिर बताई जा रही है।
हालांकि, दुर्गा सोनकर के दोनों बच्चे अब भी लापता हैं। उनकी तलाश के लिए स्थानीय गोताखोरों की मदद ली जा रही है। प्रशासनिक स्तर पर भी राहत कार्य जारी है, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिल सकी है।
ग्रामीणों की तत्परता से बची एक जान:
करीब 1:50 बजे दुर्गा सोनकर को मुस्तफाबाद रेता के पास गंगा की धार में बहते देखा गया। गांववालों ने जान की बाजी लगाकर उसे नदी से बाहर निकाला और नजदीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया। उसकी हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है।
लेकिन उसके दोनों बच्चे अब भी लापता हैं। प्रशासन द्वारा चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन अब तक असफल रहा है। गोताखोरों की टीम के साथ-साथ एनडीआरएफ और पुलिस बल मौके पर लगातार सर्च अभियान चला रहे हैं।
⚠️ प्रशासन पर उठे सवाल:
स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों ने एनडीआरएफ की देरी और पुल की सुरक्षा में भारी खामी को लेकर नाराजगी जताई है। भवनपुरा पुल पर न तो कोई रेलगार्ड, न सुरक्षा कैमरे और न ही सुरक्षा कर्मी तैनात हैं, जिससे इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
🗣️ राजनीतिक प्रतिक्रिया:
घटना की जानकारी मिलते ही पूर्व सांसद रामकिशुन यादव मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और प्रशासन से गंगा घाटों व पुलों पर सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की मांग की।उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए प्रशासन से गंगा किनारे सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने की मांग की ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
“इस तरह की घटनाएं बेहद दुखद हैं। प्रशासन को सुरक्षा के इंतजामों पर तुरंत ध्यान देना चाहिए ताकि भविष्य में कोई और मासूम इस तरह गंगा में न समा जाए।”
— रामकिशुन यादव, पूर्व सांसद
स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ पर सवाल
इस घटना ने एनडीआरएफ की तत्परता और स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दो घंटे तक राहत टीम का न पहुंचना गंभीर लापरवाही को दर्शाता है।
स्थानीय लोग बोले – ‘पुल पर नहीं है कोई सुरक्षा इंतजाम’
📍 स्थानीय निवासियों की मांगें:
- भवनपुरा पुल पर रेलिंग और बैरिकेडिंग लगाई जाए।
- सीसीटीवी कैमरे व निगरानी टीम की तैनाती हो।
- गंगा किनारे सुरक्षा चौकियां बनाई जाएं।
- आपदा के समय रेस्क्यू टीम को तेजी से सक्रिय किया जाए।
चांदपुर गांव के कई ग्रामीणों ने बताया कि भवनपुरा पुल पर किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। न तो रेलिंग है, न निगरानी कैमरे, जिससे हादसे को रोका जा सके।

निष्कर्ष:
यह घटना सिर्फ एक परिवार का नहीं, समाज की जिम्मेदारी का भी आईना है। प्रशासन, समाज और परिवार — सभी को आत्ममंथन करने की जरूरत है कि कैसे ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।
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आस्था
धुरियापार का धवलेश्वरनाथ मंदिर: रामायण काल से जुड़ी आस्था, इतिहास और रहस्यों का संगम
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश, 04 जुलाई 2025
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में स्थित एक छोटा सा गांव – धुरियापार – अपने भीतर इतिहास, धर्म और रहस्य की ऐसी गाथाएं समेटे हुए है, जिसे जानकर कोई भी चौंक जाएगा। यह केवल एक गांव नहीं, बल्कि साढ़े तीन हजार वर्षों की विरासत को संभाले खड़ा एक जीवित इतिहास है।
सन् 1980-81 में भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा की गई खुदाई में यह सामने आया कि यह क्षेत्र 3,500 साल से भी अधिक पुराना है। इतिहासकारों के अनुसार यह नगर छह बार उजड़ा और सातवीं बार फिर से बसाया गया। राजा धुर्य चंद द्वारा बसाए गए इस गांव का नाम भी उन्हीं के नाम पर पड़ा – धुरियापार।
🕉️ धवलेश्वरनाथ मंदिर और श्रीराम की कथा
धुरियापार का सबसे प्रमुख धार्मिक स्थल है बाबा धवलेश्वरनाथ महादेव का मंदिर।
यह मान्यता है कि भगवान श्रीराम जब जनकपुर से अयोध्या लौट रहे थे, तो उन्होंने यहीं शिवलिंग की स्थापना की थी। आज यह मंदिर न सिर्फ श्रद्धा का केंद्र है, बल्कि इससे जुड़ी घटनाएं इसे रहस्यमय और चमत्कारी स्थल भी बनाती हैं।
इस मंदिर की एक अनोखी बात यह भी है कि जब भी भक्त जल चढ़ाते हैं, तो जल की धार हमेशा सूर्य की दिशा में गिरती है, चाहे सूर्य उत्तरायण में हों या दक्षिणायन में। यह अद्भुत दृश्य हर श्रद्धालु के मन में आस्था के साथ कौतूहल भी भर देता है।
🧭 जब अंग्रेज भूगर्भशास्त्री को मिला खजाने का सुराग
ब्रिटिश काल के दौरान मंदिर के पास नील की कोठी नामक स्थान पर एक अंग्रेज उच्चाधिकारी का आवास था। उसका मित्र, एक भूगर्भशास्त्री, मंदिर की वास्तुकला और ऊर्जा से इतना प्रभावित हुआ कि उसने मंदिर के नीचे खजाना छिपा होने का दावा किया।
उसने मंदिर के नीचे की खुदाई करवाई और खजाने को पाने के लालच में मंदिर को विस्फोट से उड़ाने की कोशिश की।
लेकिन कहते हैं —
शिवलिंग टस से मस नहीं हुआ।
बल्कि इस कृत्य में लगे मजदूर मारे गए, और पास बहती नदी खून से लाल हो गई।
उसी दिन वह भूगर्भशास्त्री पागल हो गया, और अंततः नदी में कूदकर अपनी जान दे दी।

🔮 अन्य मान्यताएं और मंदिर की मर्यादा–
यह भी माना जाता है कि इस शिवलिंग पर छत्र नहीं लगाया जा सकता।
मंदिर की परंपरा के अनुसार, यहां केवल वही पुजारी सेवा कर सकता है, जो धन संग्रह ना करे।
यह मंदिर भक्ति का प्रतीक है, लालच से मुक्त पवित्र स्थान।
🏰 राजा धुर्य चंद के वंशज कहां गए?
एक बड़ा सवाल यह भी उठता है —
राजा धुर्य चंद और नूर चंद के वंशज आज कहां हैं?
किस परिस्थिति में उनका अस्तित्व समाप्त हो गया, इसका कोई प्रमाण नहीं है।
यह प्रश्न आज भी धुरियापार के इतिहास में एक रहस्य बना हुआ है।
🚩 अब तीर्थस्थल बनने की उम्मीद
आज जब राम जानकी मार्ग बन रहा है, जो अयोध्या से जनकपुर तक जाएगा,
तो क्षेत्रीय जनता को उम्मीद है कि बाबा धवलेश्वरनाथ मंदिर भी इस पवित्र यात्रा का हिस्सा बनेगा।
स्थानीय लोग चाहते हैं कि इस मंदिर को राष्ट्रीय तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाए,
जहां श्रद्धा के साथ-साथ इतिहास, परंपरा और चमत्कार की कहानी दुनिया के सामने आए।
महंत श्री रामदास दुर्वासा 50 वर्षों से अपना जीवन इस मंदिर के लिए दिए हैं साथ में अपनी पुश्तैनी जमीन को बेच कर इस मंदिर के लिए जमीन भी खरीदी है इस मंदिर पर यहां के लोगों का बहुत ही योगदान भी रहा है।
🛕 धुरियापार का बाबा धवलेश्वरनाथ मंदिर ना सिर्फ एक धार्मिक स्थल है,
बल्कि यह भारत की उस विरासत का हिस्सा है,
जहां आस्था, इतिहास और चमत्कार – तीनों एक साथ जीते हैं।
जय धवलेश्वरनाथ!
जय सियाराम!

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उत्तर प्रदेश
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर बड़ा हादसा: खाटू श्याम के दर्शन कर लौट रही कार ट्रक से टकराई, एक की मौत, पांच लोग घायल
गोरखपुर, 3 अगस्त 2025 (रविवार)
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर रविवार की सुबह एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। खाटू श्याम के दर्शन करके लौट रही एक कार की टक्कर सामने से आ रहे ट्रक से हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखच्चे उड़ गए।
इस हादसे में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई और पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। दो बच्चों को हल्की चोटें आई हैं।
🙏 मरने वाले की पहचान
हादसे में जान गंवाने वाले व्यक्ति का नाम रमाशंकर शर्मा है। वे पटहेरवा गांव (थाना कुशीनगर) के रहने वाले थे। रमाशंकर अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ खाटू श्याम के दर्शन करके घर लौट रहे थे।
🚨 कैसे हुआ हादसा
कार गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार में जा रही थी, तभी एक ट्रक सामने से आ गया और दोनों वाहनों की सीधी टक्कर हो गई। टक्कर के बाद कार सड़क किनारे पलट गई और बुरी तरह टूट गई।
🏥 घायलों का इलाज
हादसे में घायल हुए पांच लोगों को गोरखपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि कुछ की हालत गंभीर है और इलाज चल रहा है। दो बच्चों को हल्की चोट लगी है और वे खतरे से बाहर हैं।

👮♀️ पुलिस की कार्रवाई
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंची। ट्रक का ड्राइवर मौके से भाग गया, पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लेकर ड्राइवर की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि हादसे की जांच की जा रही है।
😢 गांव में मातम
जैसे ही रमाशंकर शर्मा की मौत की खबर उनके गांव पटहेरवा (कुशीनगर) पहुंची, पूरे गांव में शोक का माहौल फैल गया। परिजन और गांव वाले इस खबर से बेहद दुखी हैं।
📌 महत्वपूर्ण बातें एक नजर में:
- घटना का दिन: रविवार, 3 अगस्त 2025
- स्थान: गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे
- कार में सवार: खाटू श्याम दर्शन करके लौट रहे लोग
- मौत: रमाशंकर शर्मा (पटहेरवा, कुशीनगर)
- घायल: 5 लोग गंभीर, 2 बच्चे हल्के घायल
- इलाज: जिला अस्पताल, गोरखपुर
🟢 जरूरी अपील:
पुलिस और प्रशासन की ओर से लोगों से अपील की गई है कि तेज रफ्तार में वाहन न चलाएं और एक्सप्रेसवे पर सावधानी से ड्राइव करें।
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अयोध्या
गोंडा में हृदयविदारक हादसा: सरयू नहर में बोलेरो गिरने से एक ही परिवार के 9 सहित 11 लोगों की मौत, 4 घायल
गोंडा, उत्तर प्रदेश, 3 अगस्त 2025
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में रविवार को सावन के पहले सोमवार से पहले एक हृदयविदारक हादसा हो गया, जिसने पूरे प्रदेश को शोक में डुबो दिया। मोतीगंज थाना क्षेत्र के सीहागांव-खरगूपुर मार्ग पर रेहरा गांव के पास एक बोलेरो वाहन अनियंत्रित होकर सरयू नहर में जा गिरा। इस दर्दनाक हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से 9 एक ही परिवार के सदस्य थे, जबकि 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के समय बोलेरो में कुल 15-16 लोग सवार थे, जो सभी पृथ्वीनाथ मंदिर, खरगूपुर में जलाभिषेक और दर्शन के लिए जा रहे थे।
🛑 कैसे हुआ हादसा?
घटना रविवार सुबह करीब 7 बजे हुई जब सीहागांव निवासी प्रह्लाद गुप्ता अपने परिजनों और मित्रों के साथ बोलेरो से खरगूपुर स्थित प्राचीन शिव मंदिर पृथ्वीनाथ धाम की ओर निकले थे। जैसे ही वाहन रेहरा गांव के पास सरयू नहर पुल के पास पहुंचा, तभी लगातार बारिश के चलते फिसलन भरे मोड़ पर गाड़ी अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी।
स्थानीय लोगों के अनुसार, सड़क पर कीचड़ और फिसलन थी। हादसे के तुरंत बाद गांववालों ने पुलिस को सूचना दी और खुद बचाव में जुट गए।
🧑🚒 बचाव कार्य और प्रशासन की भूमिका
हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस, NDRF, SDRF, गोताखोर टीम और स्थानीय प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। बोलेरो को क्रेन की मदद से बाहर निकाला गया। खिड़कियों और दरवाजों को तोड़कर लोगों को बाहर निकाला गया।
गोंडा के एसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि “बचाव कार्य में कुल 11 शव बरामद किए गए, जिनमें 6 महिलाएं, 2 पुरुष और 3 बच्चे शामिल हैं। बाकी 4 घायलों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।”
एक बालिका ने बयान दिया कि गाड़ी में 16 लोग सवार थे, जिसके आधार पर नहर में अब भी एक व्यक्ति की तलाश की जा रही है।

🧾 मृतकों की पहचान
इस हादसे में जिन लोगों की जान गई, उनमें अधिकतर एक ही परिवार के सदस्य थे:
- बीना पत्नी प्रहलाद कसौधन उम्र 40 वर्ष
- काजल पुत्री प्रहलाद कसौधन उम्र-22 वर्ष
- महक उर्फ रिंकी पुत्री प्रहलाद कसौधन उम्र-17 वर्ष
- रामकरन गुप्ता पुत्र रामदेव उम्र-36 वर्ष
- अनुसुईया पत्नी रामकरन गुप्ता उम्र-34 वर्ष
- सौम्या पुत्री रामकरन गुप्ता उम्र 09 वर्ष
- शुभ पुत्र रामकरन गुप्ता उम्र-07 वर्ष
- दुर्गेश नन्दिनी पत्नी रामरूप उर्फ ननकन गुप्ता उम्र -35 वर्ष
- अमित पुत्र रामरूप उर्फ ननकन गुप्ता उम्र-14 वर्ष
- संजू पत्नी रामललन वर्मा उम्र-26 वर्ष
- अंजू उर्फ गुडिया पुत्री राजितराम वर्मा (रामललन की बहन) उम्र -20 वर्ष
चार घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें नजदीकी जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। घायलों की सूची–- पिंकी पुत्री प्रहलाद कसौधन उम्र 19 वर्ष
- सत्यम पुत्र प्रहलाद कसौधन उम्र-14 वर्ष
- रामललन पुत्र जगप्रसाद वर्मा उम्र 22 वर्ष
- चालक सीताशरन पुत्र परशुराम उम्र 32 वर्ष
मिसिंग–
रचना पुत्री रामरूप उर्फ ननकन गुप्ता उम्र -10 वर्ष
निवासीगण सीहागाँव थाना मोतीगंज जनपद गोण्डा
🏛 सरकारी प्रतिक्रिया और मुआवज़ा
इस दर्दनाक हादसे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया:
“जनपद गोंडा में दुर्भाग्यपूर्ण सड़क हादसे में हुई जनहानि अत्यंत पीड़ादायक है। दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना करता हूं।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि:
- मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख की सहायता राशि दी जाए।
- घायलों को ₹50,000 की सहायता और बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जाए।
- घटना की पूर्ण जांच कर रिपोर्ट सौंपी जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे पर दुख जताते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश के गोंडा में हुए हादसे में हुई जान-माल की हानि से अत्यंत दुखी हूं।” उन्होंने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।

🛕 पृथ्वीनाथ मंदिर की पृष्ठभूमि और सावन का महत्व
पृथ्वीनाथ मंदिर, एशिया के प्राचीन और विशाल शिव मंदिरों में से एक है, जहां सावन माह में लाखों श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए आते हैं। सीहागांव के प्रह्लाद गुप्ता और उनका परिवार भी सावन के पहले सोमवार को भोलेनाथ का जलाभिषेक करने निकले थे, लेकिन यह यात्रा उनके लिए अंतिम साबित हुई।
🧘♂️ सामाजिक और स्थानीय प्रभाव
पृथ्वीनाथ मंदिर, जो एशिया के सबसे बड़े शिवलिंगों में से एक के लिए प्रसिद्ध है, सावन के महीने में भारी संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इस हादसे ने न केवल सीहागांव के परिवारों, बल्कि पूरे गोंडा जिले में शोक की लहर पैदा कर दी है। स्थानीय लोग और प्रशासन इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं।
जिलाधिकारी ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं, ताकि हादसे के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके। प्रारंभिक जांच में भारी बारिश और फिसलन भरी सड़क को हादसे का प्रमुख कारण माना जा रहा है।
इस हादसे ने गोंडा जनपद ही नहीं, बल्कि पूरे पूर्वांचल में शोक की लहर पैदा कर दी है। सभी धर्म, जाति और समुदाय के लोग पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं।
स्थानीय विधायक और जिला प्रशासन मौके पर पहुंचे और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
📌 निष्कर्ष
यह घटना न केवल एक परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक गहरी पीड़ा और चेतावनी भी है कि हमें ऐसे धार्मिक यात्राओं में वाहन सुरक्षा, सड़क की स्थिति और मौसम की चेतावनी को गंभीरता से लेना होगा।
ईश्वर से प्रार्थना है कि वह दिवंगत आत्माओं को शांति दें और शोक संतप्त परिवार को इस असहनीय क्षति को सहने की शक्ति प्रदान करें।
ॐ शांति।

उत्तर प्रदेश
गोरखपुर: बालापार कंपोजिट विद्यालय की प्रधानाचार्य सुनिता अवस्थी तत्काल प्रभाव से निलंबित
गोरखपुर।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय, गोरखपुर ने 2 अगस्त 2025 को एक बड़ा कदम उठाते हुए विकास खंड चरगांवा अंतर्गत कंपोजिट पूर्व माध्यमिक विद्यालय, बालापार की प्रधानाचार्य श्रीमती सुनिता अवस्थी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
यह कार्रवाई 1 अगस्त 2025 को विद्यालय में घटित एक गंभीर घटना के बाद की गई है, जिसमें कक्षा 5 के छात्र पर छत का प्लास्टर गिरने से छात्र घायल हो गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह दुर्घटना कक्षा में जर्जर छत की मरम्मत न कराए जाने के कारण हुई।
इस मामले में खंड शिक्षा अधिकारी चरगांवा द्वारा की गई जांच रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई कि प्रधानाचार्य द्वारा पहले से ही छत की जर्जर स्थिति की जानकारी होने के बावजूद कोई उचित कार्यवाही नहीं की गई। साथ ही, घटना के पश्चात भी घायल छात्र को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल न भेजकर गंभीर लापरवाही बरती गई।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री सन्देश कुमार सिंह ने अपने आदेश में कहा कि उक्त घटना बच्चों की सुरक्षा से संबंधित गंभीर चूक है और इसकी जिम्मेदारी विद्यालय की प्रधानाचार्य पर बनती है। अतः अनुशासनात्मक कार्यवाही के तहत श्रीमती सुनिता अवस्थी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।
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उत्तर प्रदेश
गोरखपुर: स्कूल की छत का प्लास्टर गिरा, पढ़ाई कर रहा छात्र गंभीर रूप से घायल
📌चरगांवा, गोरखपुर: उत्तर प्रदेश
घटना का विवरण
गोरखपुर जिले के विकास खंड चरगांवा के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत बालापार स्थित कंपोजिट विद्यालय में शुक्रवार को एक बड़ा हादसा हो गया। कक्षा के दौरान अचानक छत का प्लास्टर गिर पड़ा। इस घटना में एक छात्र विक्रम (पुत्र धीरज, माता लक्ष्मीना) गंभीर रूप से घायल हो गया।
छात्र उस समय कक्षा में बेंच पर बैठकर पढ़ाई कर रहा था जब प्लास्टर उसके सिर और शरीर पर गिरा। घायल अवस्था में उसे तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
⚠️ बच्चों की सुरक्षा पर सवाल
सरकारी स्कूलों की खराब हालत और मरम्मत की अनदेखी से बच्चों की जान पर खतरा मंडरा रहा है। इस हादसे ने फिर एक बार स्कूल भवनों की जर्जर स्थिति को उजागर कर दिया है।
स्थानीय लोगों और अभिभावकों ने प्रशासन से मांग की है कि विद्यालय भवनों की तत्काल जांच कराई जाए और सुरक्षा के उचित उपाय किए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
🗣️ क्या बोले लोग?
स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि विद्यालय की छत पहले से ही जर्जर थी, जिसकी मरम्मत की जरूरत लंबे समय से थी, लेकिन प्रशासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया। अब बच्चों की जान जोखिम में पड़ रही है।
📌 प्रशासन की ज़िम्मेदारी तय हो
इस घटना के बाद शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए। विद्यालयों की नियमित जांच और मरम्मत अनिवार्य होनी चाहिए ताकि ऐसी लापरवाहियों से बच्चों की जान न जाए।
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उत्तर प्रदेश
यूपी में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल: 39 डीएसपी के तबादले, कई जिलों को मिले नए पुलिस अधिकारी
लखनऊ,उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश सरकार ने कानून-व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए बड़ा प्रशासनिक कदम उठाया है। प्रदेश में 39 पुलिस उपाधीक्षकों (डीएसपी) का तबादला कर दिया गया है। यह फेरबदल लंबे समय से प्रतीक्षित था और इसे लेकर पुलिस विभाग में हलचल बनी हुई थी।
सरकार की इस ट्रांसफर लिस्ट में कई अनुभवी अफसरों को नई जिम्मेदारियां दी गई हैं, जिससे प्रशासनिक गति और बेहतर अनुशासन की उम्मीद की जा रही है। लखनऊ, आगरा, प्रयागराज, गोरखपुर, मुरादाबाद, कानपुर, सीतापुर, बरेली, अलीगढ़, देवरिया, सोनभद्र, बाराबंकी समेत कई जिलों को नए डीएसपी मिले हैं।
तबादला सूची में शामिल कुछ प्रमुख नाम और नई तैनाती इस प्रकार है:
- गौरव कुमार शर्मा को नागरिक उड्डयन एयरपोर्ट लखनऊ का डीएसपी बनाया गया।
- हर्षिता गंगवार को तकनीकी सेवाएं लखनऊ में डीएसपी की जिम्मेदारी मिली।
- शिव ठाकुर को मंडलाधिकारी आगरा बनाया गया।
- नेहा त्रिपाठी को सीतापुर का नया डीएसपी नियुक्त किया गया।
- धर्मेन्द्र कुमार सिंह को 10वीं वाहिनी पीएसी, बाराबंकी का सहायक सेनानायक बनाया गया।
- विजय प्रताप यादव को दोहरी जिम्मेदारी – 48वीं वाहिनी पीएसी सीतापुर और कानपुर नगर के कमिश्नरेट में सहायक पुलिस आयुक्त की जिम्मेदारी मिली।
- रुद्र कुमार सिंह को कमिश्नरेट प्रयागराज में सहायक पुलिस आयुक्त के पद पर नियुक्त किया गया।
- अनुज कुमार सिंह को गोरखपुर का डीएसपी बनाया गया।
- शैलजा मिश्रा को मुरादाबाद पीटीसी में डीएसपी बनाया गया।
- आभा सिंह को देवरिया की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि
- शिव प्रताप सिंह प्रथम अब महराजगंज के डीएसपी होंगे।
इसके अलावा सत्य प्रकाश शर्मा, ऋषिकान्त शुक्ला, तेज बहादुर सिंह, सीमा यादव, प्रभात कुमार द्वितीय, गवेन्द्र पाल गौतम, अरविंद कुमार द्वितीय सहित कई अफसरों को पीएसी और जिला स्तर पर महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी दी गई है।
प्रशासनिक दृष्टिकोण से अहम बदलाव
राज्य सरकार ने यह कदम कार्यक्षमता, अनुशासन और दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया है। इन तबादलों से जहां एक ओर जिलों को अनुभवी अधिकारी मिलेंगे, वहीं दूसरी ओर युवा और ऊर्जावान अफसरों को भी अवसर मिलेगा।
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उत्तर प्रदेश2 weeks agoपंचायत चुनाव में बीएलओ की जिम्मेदारी अब शिक्षामित्र, पंचायत मित्र और ग्राम सेवक संभालेंगे कमान
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उत्तर प्रदेश1 week agoसीएम योगी का बड़ा ऐक्शन मोड: बिजली व्यवस्था में लापरवाही पर कड़ी चेतावनी, सुधार नहीं तो होगी सख्त कार्रवाई
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अपराध1 week agoगोरखपुर में सेवानिवृत्त वायुसेना कर्मी का फिल्मी अंदाज में अपहरण, 15 घंटे में पुलिस ने सकुशल कराया रिहा
