झारखण्ड
आदिवासियों के हक़ के लिए लड़ने वाले वीर भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर नमन

लखनऊ।
अंग्रेज़ों के दमन और अत्याचार के विरुद्ध आदिवासियों के हक के लिए लड़ने वाले झारखण्ड में जन्मे आदिवासी जननायक वीर भगवान बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर पूर्वांचल भारत न्यूज की तरफ से सादर नमन।
झारखण्ड
झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन के नए नेता “चंपई सोरेन”
झारखण्ड
पैरों में चप्पल, ढ़ीली शर्ट-पैंट और सिर में सफेदी यही चंपई सोरेन की पहचान है।
वे एक शांत जीवन जीते हैं।
किसी ने उन्हें टैग करके सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। फिर कुछ ही मिनटों में उसका समाधान। ये सब करते रहो, चंपई सोरेन।
झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन के नए नेता चंपई सोरेन का ‘फ़कीराना व्यवहार’
अब वे झारखंड का नए मुख्यमंत्री होंगे। उन्हें झारखंड की सत्ताधारी गठबंधन की विधायकों ने अपना नेता चुना है।
ये संकेत मिलने लगे कि हेमंत सोरेन पद छोड़ सकते हैं, प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ को लेकर।
मंगलवार से मीडिया ने हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को नए मुख्यमंत्री के पद पर नामांकित करने की चर्चा की।
लेकिन बुधवार शाम को चंपई सोरेन का नाम नए नेता के रूप में सामने आया।
कांग्रेस नेता आलमगीर आलम ने बुधवार रात झारखंड की राजधानी रांची में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात के बाद कहा, “हेमंत सोरेन ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। हमारे संगठन ने चंपई सोरेन जी को नेता चुना है। हमने 43 विधायकों के हस्ताक्षर वाले पत्र को भेजा है। हमारे पास 47 विधायक हैं। नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को शपथ ग्रहण करने के लिए अभी राज्यपाल को समय नहीं मिला है। उनका कहना था कि वे पहले आपके पेपर को देखेंगे, फिर आपको समय देंगे।”
चंपई सोरेन कौन हैं? आइए जानते है-
झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी के अध्यक्ष शिबू सोरेन और उनके बेटे हेमंत सोरेन सोरेन दोनों के विश्वासपात्र रहे हैं, जो 67 वर्षीय हैं।
वे परिवहन और खाद्य व आपूर्ति विभागों को हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल में देख रहे थे। चंपई सोरेन कौन हैं? आइए जानते है-
झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी के अध्यक्ष शिबू सोरेन और उनके बेटे हेमंत सोरेन सोरेन दोनों के विश्वासपात्र रहे हैं, जो 67 वर्षीय हैं।
वे परिवहन और खाद्य व आपूर्ति विभागों को हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल में देख रहे थे।
वे झारखंड राज्य गठन के आंदोलन में शिबू सोरेन के निकट सहयोगी रहे हैं।
वे झारखंड विधानसभा में सरायकेला सीट से सांसद हैं। वे सात बार इस सीट से विधायक रहे हैं।
यह गांव जिलिंगगोड़ा है, जो सरायकेला खरसांवा जिले के गम्हरिया प्रखंड में है।
उनके पिता, सेमल सोरेन, एक कृषक थे। 2020 में 101 वर्ष की उम्र में मृत्यु हो गई।
चंपई सोरेन अपने माता-पिता की छह संतानों में तीसरी संतान हैं। उनकी मां माधो सोरेन घरेलू काम करती थीं।
मानको सोरेन का विवाह बहुत छोटी उम्र में चंपई सोरेन से हुआ था। इस जोड़े को सात संताने हैं।
1991 में पहली जीत: 1991 में सरायकेला सीट के उपचुनाव में उन्होंने जीत हासिल की और तत्कालीन बिहार विधानसभा के सदस्य बन गए। तब वहाँ के तत्कालीन विधायक कृष्णा मार्डी ने इस्तीफा दे दिया, जिसके कारण उपचुनाव हुआ। 1995 में वे फिर चुनाव जीते, लेकिन 2000 में हार गए।
उन्होंने 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में फिर से जीत हासिल की और उसके बाद कभी नहीं हारे। वे इस सीट से छह बार विधायक रहे हैं।
11 नवंबर 1956 को जन्मे चंपई सोरेन ने सिर्फ दसवीं तक पढ़ाई की है।
क्यों छोड़ी कुर्सी ने हेमंत सोरेन-
ईडी अधिकारियों ने बुधवार को हेमंत सोरेन से पूछताछ की। जमीन की कथित हेराफेरी का एक पुराना मामला इस पूछताछ का विषय है।
ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर समय की मांग की।
31 जनवरी की दोपहर एक बजे हेमंत सोरेन ने इन अधिकारियों को अपने निवास पर बुलाया था।
पिछले 20 जनवरी को भी ED ने उनसे इसी मामले में पूछताछ की थी। बाद में कहा गया कि पूछताछ पूरी नहीं हो सकी।
29 जनवरी की सुबह, ED के अधिकारी पहले भी मुख्यमंत्री के दिल्ली स्थित आवास पर गए थे, लेकिन मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं हो सकी। बाद में हेमंत सोरेन की कथित लापता होने की खबरें भी आईं।
इसके अगले ही दिन हेमंत सोरेन रांची में दिखाई दिए। विधायकों की बैठकों में भाग लिया और सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लिया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी ED ने कथित खनन घोटाले में पूछताछ की थी। हेमंत सोरेन इन मामलों में पहले अभियुक्त नहीं है। ईडी को उनकी पार्टी ने केंद्र सरकार के निर्देश पर काम करने का आरोप लगाया है। अब कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुलकर ईडी से मुकदमा करना चाहते हैं। यही कारण है कि उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी ED ने कथित खनन घोटाले में पूछताछ की थी। हेमंत सोरेन इन मामलों में पहले अभियुक्त नहीं है। ईडी को उनकी पार्टी ने केंद्र सरकार के निर्देश पर काम करने का आरोप लगाया है। अब कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुलकर ईडी से मुकदमा करना चाहते हैं। यही कारण है कि उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।
उत्तर प्रदेश
केंद्र सरकार के मुताबिक 8 साल में एनडीए की सरकार सरकारी नौकरी देने का रिपोर्ट

पूर्वांचल भारत न्यूज़
केंद्र सरकार के मुताबिक 8 साल में एनडीए की सरकार में
22 करोड़ लोगो ने नौकरी का आवेदन किया था, जिसमें सिर्फ 7 लाख लोगों को मात्र नौकरी मिली।
अपना शहर
कानपुर के पुलिस कमिश्नर के PRO के खिलाफ कार्रवाई

पूर्वांचल भारत न्यूज़ कानपुर
कानपुर के पुलिस कमिश्नर के PRO के खिलाफ कार्यवाही हुई, जिसमें पीआरओ अजय मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई हुई।
पीआरओ अजय मिश्रा को पद से हटाया दिया गया है।
पुलिस लाइन में भेजे गए दारोगा अजय मिश्रा ।
अजय मिश्रा के अपराधियों से सम्बन्ध होने का मामला सामने आने पर कार्यवाही की गई है।
जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी करेंगे मामले की जांच।
दारोगा पर गैंगस्टर की बुलेट खरीदने का आरोप सामने आया है।
बुलेट बाइक गैंगस्टर बलराम राजपूत के नाम थी।
बलराम से जेल में अजय मिश्रा की मुलाकात हुई थी।
दारोगा का दावा है कि 90 हजार में गैंगस्टर की पत्नी से बुलेट खरीदी है।
बड़ा सवाल यह है कि अपराधी की ही बुलेट दारोगा ने क्यों खरीदी?
अन्य
भारतीय संविधान के शिल्पकार, महान दलित, पिछड़े वर्ग के चिन्तक, एवं समाज सुधारक बाबा भीमराव अम्बेडकर जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन

पूर्वांचल भारत न्यूज़
प्रत्येक वर्ष 14 अप्रैल को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती (Babasaheb Bhimrao Ambedkar’s birth anniversary) के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन को पूरे देश में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। विशेष तौर पर अनुसूचित जाति/जनजाति एवं पिछड़ी जाति के लोगों के लिए यह दिन बहुत ही खास होता है।
बाबा साहेब अम्बेडकर जी का वास्तविक नाम भीमराव रामजी आम्बेडकर है। अपनी कड़ी मेहनत और सिद्धांतों के माध्यम से एक गरीब अछुते बच्चे से भारत सरकार में कई प्रमुख पदों पर पहुंचे। बाबा साहेब पिछड़े वर्ग के अस्पृश्यता और उत्थान से लड़ने वाली प्रमुख हस्तियों में से एक थे। वह संविधान प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे। बाबा साहेब ने कई पुस्तकें भी लिखी जैसे ‘जाति का विनाश’, ‘शूद्र कौन थे’, ‘बुद्ध और उनका धम्म’ उनकी कुछ महत्वपूर्ण कृतियां हैं।
आईये आज हम भारत के संविधान के जनक बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर के जीवन से परिचित होते हैं।
उनके जीवन की कुछ प्रमुख घटनाएं आपको हम क्रम से बताते हैं-
1- भारत के प्रथम कानूनमंत्री डॉ. आम्बेडकर का जन्म मध्यप्रदेश के ‘महू’ नगर में हुआ था।
2-इनका जन्म 14 अप्रैल 1891 में एक सैन्य छावनी मे दलित परिवार में हुआ था।
3- इनके पिता रामजी मालोजी सकपाल ब्रिटिश भारतीय सेना के सुबेदार थें।
4- माता भीमाबाई के 14 संतानों में ये सबसे छोटे थें।
5- उस समय बाबा साहेब अछूत वर्ग से मैट्रिक पूरा करने वाले पहले व्यक्ति थें।
6- ये कोलंबिया विश्वविद्यालय एवं लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स दोनों से डॉक्टरेट किए थें।
7- अपने जीवनभर इन्होंने अछूतों की समानता के लिए संघर्ष किया।
8- बाबा साहेब आम्बेडकर को भारत का संविधान निर्माता कहा जाता है।
9- 1990 में इन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
10- मधुमेह बीमारी से पीड़ित बाबा साहेब का 6 दिसंबर 1956 को निधन हो गया।
आइये जानते हैं बाबा साहब के बारे कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें-
1- डॉ भीमराव के जन्मदिवस को अम्बेडकर जयंती के रूप मे मनाया जाता है।
2- बाबा साहेब आंबेडकर ने भारत के संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
3- बी. आर. आंबेडकर को उनके अनुयायी बाबा साहेब कहकर पुकारते थें।
4- बाबा साहेब एक कुशल अर्थशास्त्री, विधिवेत्ता, सफल राजनीतिज्ञ तथा महान समाज सुधारक थें।
5- विदेश से अर्थशास्त्र मे डॉक्टरेट करने वाले बाबा साहेब प्रथम भारतीय थें।
6- डॉ आम्बेडकर कुल 64 विषयों के मास्टर तथा 9 भाषाओं अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन, गुजराती, हिंदी, मराठी, संस्कृत, पाली और फारसी के जानकार थें।
7- 50000 पुस्तकों के संग्रह के साथ ‘राजगृह’ में बाबा साहेब का पुस्तकालय भारत का सबसे बड़ा नीजी पुस्तकालय है।
8- भारत मे महिला सशक्तिकरण की दिशा मे 1950 मे “हिन्दू कोड बिल” लाकर पहला प्रयास बाबा साहेब ने ही किया था।
9- 1950 में कोल्हापुर शहर मे बाबा साहेब की पहली प्रतिमा स्थापित की गई।
10- जीवन के अन्तिम समय मे बाबा साहेब हिन्दू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म मे शामिल हो गए थें।
“सिम्बल ऑफ नॉलेज” कहे जाने वाले बाबा साहेब आम्बेडकर एक महान व्यक्ति थे। उन्होंने अपना जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया और समाज में जातिगत भेदभाव के खिलाफ जीवन पर्यन्त संघर्ष करते रहें। भारत के लिए उनके द्वारा किये गये योगदान को सदैव याद रखा जायेगा।
बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने समाज को हमेशा प्रेरणादायक विचार दिए है, जो लोगों को उनके कर्तव्य और ऊर्जा का एहसास दिलाते हैं। यह प्रेरणादायक विचार कुछ इस प्रकार से हैं…
“शिक्षित बनो, संगठित रहो और उत्तेजित बनो।”
“जिंदगी लंबी होने की बजाय महान होनी चाहिए।”
“धर्म मनुष्य के लिए है न कि मनुष्य धर्म के लिए।”
“बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए।”
“वो लोग कभी इतिहास नहीं बना सकते, जो इतिहास को भूल जाते हैं।”
“मैं ऐसे धर्म को मानता हूँ, जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाएं।”
“उदासीनता सबसे खराब तरह की बीमारी है, जो लोगों को प्रभावित कर सकती है।”
“अगर मुझे लगता है कि संविधान का दुरुपयोग किया जा रहा है, तो मैं सबसे पहले इसे जलाऊंगा।”
अन्य
इस होली पर आप रंगो के साथ
अपने प्यार का रंग भी बिखेरिये।
आपको ये दुनिया ओर भी रंगीन और खूबसूरत नजर आएगी। होली की हार्दिक शुभकामनाएं

पूर्वांचल भारत न्यूज़
अगर आप भी अपने चाहने वाले को होली पर विश करना चाहते हैं तो पूर्वांचल भारत न्यूज के माध्यम से जरूर संपर्क करें:
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अपराध
साप्ताहिक बाजार कर लौट रही महिला से पति को बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म

झारखण्ड
झारखंड के दुमका में दिल के मुफलिस थाना अंतर्गत एक गांव में पांच बच्चों की मां से तब सामूहिक दुष्कर्म किया गया जब वह मंगलवार को की रात 8 बजे साप्ताहिक बाजार करके अपने पति के साथ आने घर लौट रही थी।आरोप है कि 17 लोगों ने इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया है।घटना के दौरान आरोपियों ने महिला के पति को बंधक बना लिया था।घटना को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने पति,पत्नी को इस बारे में किसी को कुछ बताने पर जान मारने की भी धमकी दी।पुलिस को सूचना मिलने के बाद वह मामले की जांच में जुट गई है।
पीड़िता के पति के अनुसार गांव में हर मंगलवार को साप्ताहिक बाजार लगता है।रात करीब 8 बजे वह अपने पत्नी के साथ बाजार करके घर लौट रहा था तो रास्ते मे नशे में धुत 17 लड़को ने उन्हें पकड़ लिया।और उसे बंधक बनाकर उसकी पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
घटना की जानकारी होने पर डीआईजी और एसपी मुफ्फसिल ने पीड़िता से मुलाकात की पीड़िता ने एक युवक को पहचानने की बात कही है।अधिकारियों का कहना है कि महिला के बयान पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।