ताज़ा ख़बर
15 Habits that could be hurting your business relationships
Et harum quidem rerum facilis est et expedita distinctio. Nam libero tempore, cum soluta nobis est eligendi.
																								
												
												
											Nemo enim ipsam voluptatem quia voluptas sit aspernatur aut odit aut fugit, sed quia consequuntur magni dolores eos qui ratione voluptatem sequi nesciunt.
Et harum quidem rerum facilis est et expedita distinctio. Nam libero tempore, cum soluta nobis est eligendi optio cumque nihil impedit quo minus id quod maxime placeat facere possimus, omnis voluptas assumenda est, omnis dolor repellendus.
Nulla pariatur. Excepteur sint occaecat cupidatat non proident, sunt in culpa qui officia deserunt mollit anim id est laborum.
Sed ut perspiciatis unde omnis iste natus error sit voluptatem accusantium doloremque laudantium, totam rem aperiam, eaque ipsa quae ab illo inventore veritatis et quasi architecto beatae vitae dicta sunt explicabo.
“Duis aute irure dolor in reprehenderit in voluptate velit esse cillum dolore eu fugiat”
Neque porro quisquam est, qui dolorem ipsum quia dolor sit amet, consectetur, adipisci velit, sed quia non numquam eius modi tempora incidunt ut labore et dolore magnam aliquam quaerat voluptatem. Ut enim ad minima veniam, quis nostrum exercitationem ullam corporis suscipit laboriosam, nisi ut aliquid ex ea commodi consequatur.
At vero eos et accusamus et iusto odio dignissimos ducimus qui blanditiis praesentium voluptatum deleniti atque corrupti quos dolores et quas molestias excepturi sint occaecati cupiditate non provident, similique sunt in culpa qui officia deserunt mollitia animi, id est laborum et dolorum fuga.
Quis autem vel eum iure reprehenderit qui in ea voluptate velit esse quam nihil molestiae consequatur, vel illum qui dolorem eum fugiat quo voluptas nulla pariatur.
Temporibus autem quibusdam et aut officiis debitis aut rerum necessitatibus saepe eveniet ut et voluptates repudiandae sint et molestiae non recusandae. Itaque earum rerum hic tenetur a sapiente delectus, ut aut reiciendis voluptatibus maiores alias consequatur aut perferendis doloribus asperiores repellat.
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipisicing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua. Ut enim ad minim veniam, quis nostrud exercitation ullamco laboris nisi ut aliquip ex ea commodo consequat.
उत्तर प्रदेश
Lucknow डीईएलएड परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश, एक आरोपी गिरफ्तार | UP STF News
														लखनऊ: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सोमवार को डीईएलएड सेमेस्टर परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह पर बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने चंदौली जिले के आदित्य नारायण राजकीय इंटर कॉलेज, चकिया से अभिषेक यादव नाम के आरोपी को दबोचा है।
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने उसके पास से एक मोबाइल फोन और परीक्षा से जुड़ा प्रश्नपत्र भी जब्त किया है।
गिरफ्तार युवक की पहचान अभिषेक यादव पुत्र नन्दलाल यादव, निवासी दिवाकरपुर पौरा, थाना सकलडीहा, जनपद चंदौली के रूप में हुई।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि डीईएलएड सेमेस्टर-3 परीक्षा के दौरान कुछ लोग नकल कराने में जुटे हैं।
इस पर एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी की टीम, जो पुलिस उपाधीक्षक शैलेश प्रताप सिंह के पर्यवेक्षण में और निरीक्षक अमित श्रीवास्तव के नेतृत्व में कार्य कर रही थी, ने तुरंत छापेमारी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
कैसे लीक होता था पेपर
पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए। अभिषेक यादव खुद डीईएलएड का छात्र है और उसकी पहचान एक व्यक्ति अरुण से हुई थी।
अरुण हर परीक्षा से करीब आधे घंटे पहले ही व्हाट्सएप के जरिए पेपर भेज देता था।
अभिषेक ने 22 परीक्षार्थियों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था, जिसमें वह पेपर शेयर करता था।
प्रत्येक छात्र से वह ₹2000 वसूलता था, जिसमें से ₹10,000 अरुण को भेज देता था और बाकी रकम खुद रख लेता था।
इस तरह वह छात्रों को परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र मुहैया कराकर नकल कराने का काम करता था।
मामला दर्ज, मुख्य आरोपी की तलाश जारी
एसटीएफ ने आरोपी के खिलाफ थाना चकिया, जनपद चंदौली में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
अब पुलिस फरार मुख्य आरोपी अरुण और अन्य सहयोगियों की तलाश में जुटी है।
एसटीएफ अधिकारियों ने कहा है कि परीक्षा में पारदर्शिता और नकलमुक्त माहौल बनाए रखने के लिए इस तरह के नेटवर्क पर लगातार सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
📌 निष्कर्ष:
एसटीएफ की इस कार्रवाई से साफ है कि सरकार परीक्षा प्रणाली में सुधार और नकल माफियाओं के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है। चंदौली की यह कार्रवाई पूरे प्रदेश में परीक्षा सुरक्षा के लिए एक मजबूत संदेश है।
उत्तर प्रदेश
गोरखपुर: फर्जी दस्तावेजों से जमीन हड़पने वाला 10 हजार का इनामी बदमाश नीरज चौरसिया गिरफ्तार, SSP के अभियान को मिली बड़ी सफलता
														गोरखपुर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर के निर्देश पर चलाए जा रहे धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के खिलाफ विशेष अभियान के तहत रामगढ़ताल पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से जमीन की हेराफेरी करने वाले 10 हजार रुपये के इनामी अभियुक्त नीरज चौरसिया को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तारी की इस कार्रवाई का नेतृत्व थानाध्यक्ष नितिन रघुनाथ श्रीवास्तव ने किया। उनके निर्देशन में उपनिरीक्षक चंदन सिंह, सचिन सिंह, महिला उपनिरीक्षक गीता, हेड कांस्टेबल आशुतोष पांडेय और कांस्टेबल अनिल पांडेय की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर दबिश देकर अभियुक्त को पकड़ा।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार अभियुक्त नीरज चौरसिया, निवासी ग्राम छोटकी कटईया, थाना कैम्पियरंगज, जनपद गोरखपुर ने कूटरचित दस्तावेजों का इस्तेमाल कर एक व्यक्ति की जमीन अपने नाम बैनामा करा ली थी। इसके बाद वह उसी जमीन को असली मालिक यानी वादी को बेचने का प्रयास कर रहा था। इस मामले में थाना रामगढ़ताल में मुकदमा संख्या 12/2023 दर्ज है, जिसमें धारा 419, 420, 467, 468, 471, 406, 506, 120बी भारतीय दंड संहिता के तहत कार्रवाई की गई थी। अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कई दिनों से लगातार प्रयासरत थी।
- कौशांबी में पुलिस एक्शन: बिना हेलमेट पुलिसकर्मी का भी चालान, DM-SP बोले – “कानून सबके लिए बराबर”
 - Lucknow डीईएलएड परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश, एक आरोपी गिरफ्तार | UP STF News
 - गोरखपुर में फरार महिला अभियुक्ता के घर ढोल-नगाड़ों के साथ मुनादी, कुर्की की चेतावनी से मचा हड़कंप
 - भारत बना महिला विश्व कप 2025 का चैंपियन, 123 करोड़ की इनामी राशि में टीम इंडिया ने मारी बाजी
 - आयुष्मान कार्ड का महा-घोटाला! NHA और UIDAI पोर्टल में ‘सेंधमारी’ का पर्दाफाश, 5000 रुपये में बन रहे फर्जी कार्ड!
 
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर ने इस सफल गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम को प्रशंसा पत्र देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि आर्थिक अपराधों और फर्जीवाड़े में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। “गोरखपुर पुलिस की शून्य सहनशीलता नीति के तहत ऐसे अपराधियों के खिलाफ लगातार अभियान जारी रहेगा,” उन्होंने कहा।
पुलिस ने बताया कि नीरज चौरसिया से पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं। अब इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की भी पहचान की जा रही है। पुलिस का कहना है कि पूरे नेटवर्क को जल्द ही बेनकाब किया जाएगा और सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रामगढ़ताल पुलिस की यह कार्रवाई गोरखपुर में बढ़ते भूमि विवाद और फर्जीवाड़े के मामलों पर एक बड़ा प्रहार साबित हुई है। SSP राज करन नय्यर के नेतृत्व में चल रहे अभियान से न सिर्फ अपराधियों में खौफ बढ़ा है, बल्कि आम जनता में पुलिस के प्रति भरोसा भी मजबूत हुआ है।
#GorakhpurNews #CrimeInUP #RamgarhtalPolice #LandFraud #FakeDocuments #NeerajChaurasia #RajKaranNayyar #UPPolice
टॉप न्यूज़
मोकामा “गोलीकांड”से हिली बिहार की राजनीति, बाहुबल और सियासत आमने-सामने
														पटना, बिहार
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले मोकामा की राजनीति में हिंसा ने नया मोड़ ले लिया है। गुरुवार को दो राजनीतिक काफिलों की भिड़ंत के दौरान चली गोलियों में जन सुराज पार्टी के समर्थक और 75 वर्षीय बाहुबली दुलारचंद यादव की मौत हो गई। इस घटना ने एक बार फिर बिहार की उस कड़वी सच्चाई को उजागर कर दिया है, जहां अपराध और राजनीति का गठजोड़ चुनावी माहौल पर भारी पड़ जाता है।
मिली जानकारी के अनुसार, मोकामा के एक चौराहे पर जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी और जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह के काफिले आमने-सामने आ गए। नारेबाजी शुरू हुई, फिर पत्थरबाजी और आखिर में गोलियां चल पड़ीं। अफरा-तफरी में दुलारचंद यादव को गोली लगी और बाद में एक वाहन ने कुचल दिया। इस घटना में दर्जनभर लोग घायल हुए हैं।
🔥 हत्या के बाद सियासी बवंडर
वारदात के बाद मोकामा में तनाव का माहौल है। यह बिहार चुनाव 2025 की पहली बड़ी हिंसक घटना बताई जा रही है। चुनाव आयोग ने इसे गंभीरता से लेते हुए बिहार के डीजीपी से तत्काल रिपोर्ट मांगी है।
पुलिस ने चार FIR दर्ज की हैं – एक दुलारचंद के परिवार की ओर से अनंत सिंह और उनके समर्थकों के खिलाफ, जबकि दूसरी अनंत सिंह पक्ष द्वारा जन सुराज कार्यकर्ताओं के खिलाफ।
⚖️ अपराध, राजनीति और जातीय समीकरण
मोकामा सीट लंबे समय से अपराध और राजनीति के मेल का प्रतीक रही है। भूमिहार बहुल इस इलाके में ज्यादातर विधायक इसी समाज से रहे हैं, इसलिए इसे ‘भूमिहारों की राजधानी’ भी कहा जाता है। दुलारचंद यादव पर भी हत्या, अपहरण और वसूली जैसे 11 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे।
🩸 दुलारचंद और अनंत सिंह की पुरानी दुश्मनी
दुलारचंद कभी अनंत सिंह के करीबी माने जाते थे, लेकिन जन सुराज पार्टी से जुड़ने और प्रशांत किशोर के अपराध विरोधी अभियान में शामिल होने के बाद दोनों के बीच दुश्मनी बढ़ गई। यह टकराव अंततः हिंसा में बदल गया।
🔫 अनंत सिंह का आपराधिक इतिहास
‘छोटे सरकार’ के नाम से मशहूर अनंत सिंह पर अब तक 50 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं – जिनमें हत्या, अपहरण, रंगदारी और हथियार तस्करी शामिल हैं। 2019 में उनके आवास पर AK-47 और ग्रेनेड बरामद हुए थे।
हालांकि, 2024 में पटना हाईकोर्ट ने सबूतों के अभाव में उन्हें यूएपीए मामले से बरी कर दिया, जिससे उनकी राजनीतिक वापसी का रास्ता साफ हुआ।
👩🦰 नीलम देवी और वीणा देवी की एंट्री
अनंत सिंह के जेल जाने के बाद उनकी पत्नी नीलम देवी ने 2022 के उपचुनाव में राजद के टिकट पर जीत हासिल की थी।
दूसरी ओर, बाहुबली सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी भी इस बार मैदान में हैं। सूरजभान के चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध है, इसलिए उन्होंने वीणा देवी को मोर्चे पर उतारा है।
🚨 चुनाव आयोग की सख्ती
मोकामा गोलीकांड के बाद चुनाव आयोग ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। बिहार डीजीपी को विस्तृत रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया है और अवैध हथियारों के खिलाफ तलाशी अभियान शुरू हो गया है। आयोग ने साफ किया है कि हिंसा में शामिल किसी भी उम्मीदवार या समर्थक को बख्शा नहीं जाएगा।
📢 निष्कर्ष:
मोकामा की यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि बिहार की चुनावी राजनीति के उस पुराने चेहरे की याद दिलाती है, जहां सत्ता की राह बाहुबल और जातीय समीकरणों से होकर गुजरती है। चुनाव आयोग की सख्ती के बावजूद, सवाल यही है – क्या बिहार एक बार फिर ‘जंगलराज’ की वापसी देख रहा है?
BiharElections2025 #MokamaViolence #AnantSingh #JanSuraajParty #PrashantKishor #BiharPolitics #MokamaNews #BiharCrimePolitics
उत्तर प्रदेश
गोरखपुर में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक की समीक्षा बैठक, अस्पतालों में सुधार के दिए सख्त निर्देश
														गोरखपुर।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री बृजेश पाठक बृहस्पतिवार को गोरखपुर पहुंचे, जहां उन्होंने सर्किट हाउस में चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में जिलाधिकारी दीपक मीणा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश झा, बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, वरिष्ठ चिकित्सक और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
डिप्टी सीएम ने अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं, दवा आपूर्ति, उपकरणों की स्थिति, चिकित्सकों की उपस्थिति, भर्ती व्यवस्था तथा जनस्वास्थ्य योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि मरीजों को दवा, जांच और आपात सेवाओं में किसी भी तरह की परेशानी न हो। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जनता को सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं देना सरकार की प्राथमिकता है, और किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बृजेश पाठक ने कहा कि गोरखपुर प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा का प्रमुख केंद्र है। यहां का बीआरडी मेडिकल कॉलेज उत्तर प्रदेश की पहचान बन चुका है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि पढ़ाई और प्रशिक्षण की गुणवत्ता को और बेहतर बनाया जाए ताकि यहां से निकलने वाले चिकित्सक समाज सेवा में उत्कृष्ट भूमिका निभा सकें।
पत्रकारों से बातचीत में डिप्टी सीएम ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को भारत की संस्कृति और परंपरा की समझ नहीं है। छठ जैसे आस्था के पर्व पर उनका बयान निंदनीय है और बिहार की जनता इसका जवाब वोट से देगी। बृजेश पाठक ने दावा किया कि बिहार चुनावों में एनडीए गठबंधन भारी बहुमत से सरकार बनाएगा, जबकि महागठबंधन जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा है।
उत्तर प्रदेश की राजनीति पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश विकास, निवेश, शिक्षा और कानून व्यवस्था के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां हासिल कर रहा है। उन्होंने भरोसा जताया कि वर्ष 2027 में भाजपा एक बार फिर प्रचंड बहुमत से सत्ता में लौटेगी।
अंत में डिप्टी सीएम ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं गोरखपुर की प्रगति को लेकर संवेदनशील हैं, इसलिए किसी भी योजना में ढिलाई या देरी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
#BrijeshPathak #GorakhpurNews #UPHealthDepartment #YogiAdityanath #BRDMedicalCollege #PurvanchalBharatNews #UPPolitics
टॉप न्यूज़
मोकामा में चुनाव प्रचार के दौरान JSP कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या, कई घायल
														पटना, बिहार
बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान मोकामा से बड़ी खबर आई है। जनसुराज पार्टी (JSP) के काफिले पर गुरुवार को ताबड़तोड़ फायरिंग हुई, जिसमें पार्टी कार्यकर्ता और प्रत्याशी के चाचा दुलारचंद यादव की गोली लगने से मौत हो गई। कई अन्य कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, यह हमला तब हुआ जब जनसुराज पार्टी के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी चुनाव प्रचार के लिए निकले थे। इसी दौरान कुछ अज्ञात हमलावरों ने काफिले पर अचानक हमला बोल दिया और लगातार गोलियां चलानी शुरू कर दीं।
गोलियों की बौछार में दुलारचंद यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मृतक दुलारचंद यादव, मोकामा से जन सुराज पार्टी (JSP) प्रत्याशी के चाचा और यादव महासंघ के अध्यक्ष थे।
फायरिंग की इस घटना से पूरे इलाके में तनाव का माहौल है। स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल फैल गया है। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया और इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

पुलिस के मुताबिक, हमलावर दूसरी राजनीतिक पार्टी से जुड़े हो सकते हैं, जो घटना के बाद फरार हो गए। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की गई हैं और इलाके की नाकेबंदी कर जांच की जा रही है।
बिहार में पहले चरण के चुनाव से पहले इस वारदात ने राज्य की कानून-व्यवस्था और शांतिपूर्ण मतदान पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच तेज कर दी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।

MokamaNews #BiharElections #JSPWorkerShot #JanasurajParty #BiharPolitics #BreakingNews
उत्तर प्रदेश
गोरखपुर में छात्रवृत्ति को लेकर बड़ा फैसला, 28 नवंबर को आएगी राशि
														गोरखपुर
छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति योजना की समीक्षा बैठक में बड़ा अपडेट सामने आया है। प्रमुख सचिव (पिछड़ा वर्ग कल्याण) सुभाष चंद्र शर्मा ने अधिकारियों को साफ निर्देश दिया है कि 31 अक्टूबर 2025 तक सभी पात्र छात्रों के आवेदन हर हाल में पूरे कर लिए जाएं। सही आवेदन करने वाले छात्रों के बैंक खाते में 28 नवंबर 2025 को छात्रवृत्ति की राशि सीधे ट्रांसफर की जाएगी।
गुरुवार को एनेक्सी सभागार में हुई उच्च स्तरीय बैठक में प्रमुख सचिव ने जिले के अधिकारियों को चेतावनी दी कि किसी भी विद्यालय या कॉलेज की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा- “हर पात्र छात्र को उसका अधिकार मिलना चाहिए, यह सरकार की प्राथमिकता है।”
किसी भी छात्र को न रहे योजना से वंचित
प्रमुख सचिव ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार का उद्देश्य है कि कोई भी पात्र विद्यार्थी छात्रवृत्ति से वंचित न रहे। सभी विद्यालयों और महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य यह सुनिश्चित करें कि छात्र समय पर अपना आवेदन जमा करें।
सही और सत्यापित आवेदन वाले छात्रों के लिए 28 नवंबर 2025 को राशि सीधे बैंक खातों में भेज दी जाएगी।
डेटा फीडिंग और वेरिफिकेशन में गड़बड़ी पर कार्रवाई
अधिकारियों को चेतावनी दी गई कि यदि किसी संस्थान में डेटा फीडिंग या वेरिफिकेशन के दौरान लापरवाही पाई जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, “शिक्षा हर छात्र का अधिकार है, और किसी की लापरवाही से कोई भी पात्र छात्र वंचित नहीं रहेगा।”
जिले की प्रगति रिपोर्ट गोरखपुर जिले के 514 माध्यमिक विद्यालयों में से 385 ने अब तक छात्रवृत्ति का डेटा अपलोड कर दिया है। करीब 29 हजार छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है, जिनमें अधिकांश का वेरिफिकेशन पूरा हो चुका है। शेष विद्यालयों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अंतिम तिथि से पहले आवेदन प्रक्रिया पूरी करें।
विश्वविद्यालयों और कॉलेजों की भागीदारी
इस योजना का लाभ मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आयुष विश्वविद्यालय और इनके अधीन कुल 159 कॉलेजों के छात्रों को भी मिलेगा।
पारदर्शी और पूरी तरह ऑनलाइन प्रक्रिया
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन और पारदर्शी है। छात्रों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं, जहां उन्हें तकनीकी सहायता प्रदान की जा रही है।
मुख्य विकास अधिकारी शाश्वत त्रिपुरारी ने कहा कि विकास खंड स्तर पर मॉनिटरिंग सेल बनाए गए हैं, जो आवेदन की प्रगति की नियमित रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेज रहे हैं।
विद्यालयों की गुणवत्ता पर सख्त नजर
बैठक में यह भी तय किया गया कि सभी विद्यालयों और महाविद्यालयों का निरीक्षण किया जाएगा ताकि छात्रवृत्ति प्रक्रिया के साथ-साथ शिक्षा की गुणवत्ता पर भी नियंत्रण रखा जा सके।
अंतिम संदेश
बैठक के अंत में प्रमुख सचिव सुभाष चंद्र शर्मा ने कहा-
“सरकार की मंशा स्पष्ट है – हर पात्र छात्र को उसका अधिकार मिले और कोई भी संस्था इस कार्य में कोताही न बरते।”
📢 निष्कर्ष:
अगर आप छात्रवृत्ति योजना के पात्र हैं, तो 31 अक्टूबर से पहले अपना आवेदन ऑनलाइन पूरा करें। सही आवेदन करने वालों के बैंक खाते में 28 नवंबर 2025 को राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी।
#GorakhpurNews #ScholarshipUpdate #UPScholarship2025 #EducationNews #PurvanchalBharat
उत्तर प्रदेश
गोरखपुर में ऑपरेशन के बाद महिला सफाईकर्मी की संदिग्ध मौत, डॉक्टर पर हत्या का आरोप, हॉस्पिटल के सामने हंगामा और सड़क जाम
														माल्हनपार, गोरखपुर।
गोरखपुर के बांसगांव थाना क्षेत्र के माल्हनपार इलाके में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक महिला सफाईकर्मी की ऑपरेशन के बाद संदिग्ध मौत हो गई। मृतका की पहचान गीता देवी, निवासी उरुवा ब्लॉक में तैनात सफाईकर्मी के रूप में हुई है।
जानकारी के मुताबिक, गीता देवी का ऑपरेशन शहर के चन्द सेवा आश्रम अस्पताल में डॉक्टर मदनेश्वर चन्द द्वारा किया गया था। डॉक्टर ने परिजनों को बताया था कि गीता देवी की बच्चेदानी में ट्यूमर है और तुरंत ऑपरेशन जरूरी है। इसके लिए एक लाख रुपये का खर्च बताया गया, जिसमें से 30 हजार रुपये एडवांस के रूप में जमा भी कराए गए।
ऑपरेशन के बाद गीता देवी को चार दिन तक अस्पताल में भर्ती रखा गया, लेकिन उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती रही। जब परिजनों ने मरीज को घर ले जाने की बात कही, तो डॉक्टर ने इजाजत नहीं दी। इसके बाद 25 अक्टूबर की रात बिना बताए मरीज को शहर के एक अन्य निजी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया, जहां परिजनों ने 75 हजार रुपये और जमा किए।
हालात सुधारने के बजाय और भी खराब होते गए। डॉक्टर ने मरीज को लखनऊ रेफर कर दिया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। 26 अक्टूबर की सुबह करीब 8:30 बजे गीता देवी की मौत हो गई।
शव लेकर अस्पताल पहुंचे परिजन, सड़क जाम, डॉक्टर पर हत्या का आरोप
मौत की खबर सुनते ही गांव में मातम फैल गया। दोपहर करीब 3:30 बजे, परिजन शव को लेकर चंद्र सेवा अस्पताल के बाहर पहुंचे और सड़क पर जाम लगा दिया। ग्रामीणों ने डॉक्टर मदनेश्वर चंद पर हत्या का आरोप लगाया और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
देखते ही देखते मौके पर भीड़ जमा हो गई और नारेबाजी शुरू हो गई। गुस्साए लोगों ने डॉक्टर को घेर लिया, जिसके बाद बांसगांव थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर डॉक्टर को हिरासत में ले लिया। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को नियंत्रित किया और सड़क जाम हटाया।
ग्रामीणों का आरोप है कि रात होते ही पुलिस ने शव को जबरन पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
प्रशासन ने जांच के आदेश दिए
मौके पर पहुंचे खजनी एसडीएम राजेश प्रताप सिंह ने परिजनों से बातचीत की और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। वहीं सीओ बांसगांव अनुज कुमार सिंह ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर जांच शुरू कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि सीएमओ को अस्पताल और डॉक्टर की डिग्री की जांच के लिए पत्र लिखा गया है ताकि सच्चाई सामने आ सके।
बड़ा सवाल- लापरवाही या हत्या?
फिलहाल गीता देवी के शव का पोस्टमार्टम कर प्रशासन ने जांच बैठा दी है। लेकिन स्थानीय लोगों के मन में सवाल उठ रहा है-
क्या यह सिर्फ मेडिकल लापरवाही थी या फिर जानबूझकर की गई लापरवाही से हुई मौत?
इसका जवाब तो जांच रिपोर्ट के बाद ही सामने आएगा।
पूर्वांचल भारत न्यूज़ इस पूरे मामले की लगातार निगरानी कर रहा है। जैसे ही कोई नई जानकारी सामने आती है, हम आपको तुरंत अपडेट करेंगे।
#गोरखपुर, #महिला मौत, #ऑपरेशन लापरवाही, #डॉक्टर गिरफ्तारी, #बांसगांव थाना, #स्वास्थ्य विभाग जांच
- 
																	
										
																			टॉप न्यूज़4 days agoमोकामा में चुनाव प्रचार के दौरान JSP कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या, कई घायल
 - 
																	
										
																			उत्तर प्रदेश5 days agoगोरखपुर में ऑपरेशन के बाद महिला सफाईकर्मी की संदिग्ध मौत, डॉक्टर पर हत्या का आरोप, हॉस्पिटल के सामने हंगामा और सड़क जाम
 - 
																	
										
																			उत्तर प्रदेश4 days agoगोरखपुर में छात्रवृत्ति को लेकर बड़ा फैसला, 28 नवंबर को आएगी राशि
 - 
																	
										
																			Sports4 hours agoभारत बना महिला विश्व कप 2025 का चैंपियन, 123 करोड़ की इनामी राशि में टीम इंडिया ने मारी बाजी
 - 
																	
										
																			उत्तर प्रदेश4 days agoगोरखपुर में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक की समीक्षा बैठक, अस्पतालों में सुधार के दिए सख्त निर्देश
 - 
																	
										
																			गोरखपुर ग्रामीण4 hours agoगोरखपुर में फरार महिला अभियुक्ता के घर ढोल-नगाड़ों के साथ मुनादी, कुर्की की चेतावनी से मचा हड़कंप
 - 
																	
										
																			टॉप न्यूज़2 days agoमोकामा “गोलीकांड”से हिली बिहार की राजनीति, बाहुबल और सियासत आमने-सामने
 - 
																	
										
																			उत्तर प्रदेश2 days agoगोरखपुर: फर्जी दस्तावेजों से जमीन हड़पने वाला 10 हजार का इनामी बदमाश नीरज चौरसिया गिरफ्तार, SSP के अभियान को मिली बड़ी सफलता
 - 
																	
										
																			गोरखपुर ग्रामीण2 weeks agoउरुवा थाना नाबालिग अपहरण मामला: तीन आरोपी गिरफ्तार, एक नाबालिग भी शामिल
 
