दिल्ली
दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को मिला एक सुरंगनुमा ढांचा:

दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को एक सुरंगनुमा ढांचा खोजा गया है| विधानसभा के स्पीकर राम निवास गोयल ने कहा कि यह सुरंग विधानसभा को लाल किले से जोड़ती है, उन्होंने बताया कि ब्रिटिश स्वतंत्रता सेनानियों को एक से दूसरी जगह ले जाने में इसका इस्तेमाल किया जाता था | गोयल ने यह भी कहा कि जब मैं 1993 में विधायक बना तो ऐसी बातें सुनता था कि यहां सुरंग मौजूद है, जो लाल किले तक जाती है | मैंने भी इतिहास जानने के लिए सुरंग को खोजने की कोशिश की, लेकिन इसे लेकर कभी कुछ साफ नहीं हुआ | अब हमें सुरंग का प्रवेश द्वार मिल गया है लेकिन हम इसे आगे नहीं खोद रहे हैं | हो सकता है कि सुरंग के आगे का रास्ता मेट्रो प्रोजेक्ट और सीवर इंस्टॉल करने में नष्ट हो गया हो |
टॉप न्यूज़
जम्मू-कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ में तीन दहशतगर्द ढेर, BJP सांसद संजय जायसवाल बोले – भारत के खिलाफ साजिश रचने वाला बचेगा नहीं

जम्मू-कश्मीर
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को एक और बड़ी सफलता मिली है। मंगलवार को हुए ऑपरेशन में तीन आतंकियों को ढेर कर दिया गया। सुरक्षा एजेंसियों के इस सटीक और साहसिक अभियान पर भाजपा सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
डॉ. जायसवाल ने कहा, “देखिए, यह एक सतत प्रक्रिया है। जो कोई भी भारत के विरुद्ध साजिश रचेगा, वह हर हाल में ऊपर पहुंच जाएगा। यह निश्चित है कि जो भी आतंकी साजिश रचता है, उनमें से एक भी नहीं बचेगा।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और आतंक के खिलाफ ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति पर सख्ती से अमल हो रहा है।
सांसद के इस बयान को आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्पष्ट नीति और मजबूत इरादों का परिचायक माना जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही कार्रवाइयों से यह स्पष्ट है कि देश की सुरक्षा एजेंसियां किसी भी प्रकार की देशविरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेंगी।
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टॉप न्यूज़
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर संसद में गरमाई सियासत: प्रमोद तिवारी बोले– “पहलगाम हमला भारत की संप्रभुता पर सीधा हमला”

नई दिल्ली
संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “पहलगाम में हुआ आतंकी हमला भारत की संप्रभुता पर सीधा हमला था। हजारों श्रद्धालु रोज यात्रा कर रहे थे और गृह मंत्रालय सोता रहा। हम जानना चाहते हैं कि इस हमले के पीछे कौन है और क्या सुरक्षा चूक हुई है?”
तिवारी ने यह भी कहा कि देश को जवाब चाहिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्वयं संसद में आकर इस मुद्दे पर स्पष्ट और ठोस बयान देना चाहिए। विपक्ष ने सरकार की खामोशी पर भी नाराजगी जताई और पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
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ताज़ा ख़बर
पीएम मोदी में कोई दम नहीं, मीडिया ने सिर्फ गुब्बारा बनाया हुआ हैं: राहुल गांधी

नई दिल्ली, 25 जुलाई 2025:
राहुल गांधी मोदी पर हमला करते हुए एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की छवि सिर्फ मीडिया द्वारा गढ़ा गया एक गुब्बारा है, जिसमें कोई असल ताकत नहीं है। राहुल गांधी ने यह बयान दिल्ली में आयोजित “ओबीसी भागीदारी न्याय सम्मेलन” के दौरान दिया।
राहुल गांधी मोदी पर हमला करते हुए एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। राहुल गांधी ने कहा, “पहले मैं प्रधानमंत्री मोदी से कभी नहीं मिला था, लेकिन अब मैं उनसे दो-तीन बार मिल चुका हूं। अब मुझे समझ आ गया है कि उनके पास असल में कुछ नहीं है। वे सिर्फ एक शो हैं — दिखावा हैं। दम नहीं है।”
उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी को लेकर जो डर या प्रभाव लोगों के मन में है, वह मीडिया की देन है। उन्होंने कहा, “आप लोग उनसे नहीं मिले हैं, लेकिन मैं मिला हूं। मुझे अब पूरी तरह समझ आ गया है कि असल में वे क्या हैं। मीडिया ने उन्हें जितना बड़ा दिखाया है, हकीकत उससे बिल्कुल अलग है।”
ओबीसी युवाओं को राहुल गांधी की अपील: “अपनी ताकत पहचानो”
यह राहुल गांधी का अब तक का सबसे तीखा हमला है मोदी पर राहुल गांधी ने अपने भाषण में ओबीसी समुदाय के युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें अपनी ताकत पहचाननी चाहिए। उन्होंने कहा, “ओबीसी युवाओं से मेरी सबसे बड़ी शिकायत यह है कि वे खुद को कम आंकते हैं। जिस दिन उन्होंने अपनी असली ताकत को पहचान लिया, भारत की राजनीतिक तस्वीर बदल जाएगी।”
राहुल गांधी मोदी पर हमला कर के लगातार विपक्ष को मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने यह भी दोहराया कि जातिगत जनगणना केवल पहला कदम है। उनका उद्देश्य है कि ओबीसी समाज को न केवल सम्मान मिले, बल्कि देश की व्यवस्था में उनकी बराबरी की भागीदारी भी सुनिश्चित हो।
राहुल ने आगे कहा, “अगर मैं किसी चीज का फैसला कर लूं, तो उसे पूरा करके ही छोड़ता हूं। आप मेरी बहन प्रियंका से पूछिए — मैं कभी पीछे नहीं हटता।”
अंग्रेजी भाषा को लेकर बीजेपी पर निशाना
राहुल गांधी ने अंग्रेजी भाषा को लेकर भी भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “बीजेपी नेता दावा करते हैं कि वे अंग्रेजी भाषा को खत्म करना चाहते हैं। लेकिन जब उनके बच्चों की पढ़ाई की बात आती है, तो वे इंग्लिश मीडियम स्कूलों में ही पढ़ते हैं। कुछ तो लंदन और अमेरिका में पढ़ाई कर रहे हैं। क्या वहां वे हिंदी में पढ़ते हैं? नहीं।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हिंदी, तमिल, कन्नड़, पंजाबी जैसी क्षेत्रीय भाषाएं जितनी जरूरी हैं, उतनी ही अहमियत अंग्रेजी की भी है। उनका मानना है कि देश में सभी भाषाओं को बराबर सम्मान मिलना चाहिए।
राजनीतिक विश्लेषकों की राय:
राहुल गांधी के इस बयान से राजनीति में हलचल मच गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा है, जिसमें राहुल गांधी मोदी की लोकप्रियता को सीधे चुनौती दे रहे हैं। ओबीसी सम्मेलन जैसे मंच पर दिया गया यह बयान आने वाले चुनावों के लिए महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है।
भविष्य की रणनीति:
राहुल गांधी ने यह भी स्पष्ट किया कि वे जातिगत जनगणना, सामाजिक न्याय और भाषा के मुद्दों को लेकर देशभर में अभियान चलाएंगे। इससे साफ है कि कांग्रेस अब सामाजिक आधार पर भाजपा को घेरने की तैयारी में है।
निष्कर्ष
राहुल गांधी के इस बयान से राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। जहां एक तरफ उन्होंने पीएम मोदी की छवि को सीधे तौर पर चुनौती दी, वहीं दूसरी ओर उन्होंने ओबीसी समाज को सशक्त बनाने का संदेश भी दिया। आने वाले चुनावी माहौल में उनके ये तेवर किस दिशा में जाते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा।
टॉप न्यूज़
PM Kisan 19th Installment: किसानों के लिए खुशखबरी इस दिन खाते में आएंगे ₹2000 – तुरंत चेक करें लिस्ट

भारत सरकार ने छोटे और सीमांत किसानों को धन देने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना शुरू की है। यह योजना किसानों को उनकी खेती से जुड़े खर्चों को पूरा करने में मदद करना चाहती है। इस योजना में योग्य प्रत्येक किसान को तीन किस्तों में सालाना 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। प्रत्येक बार 2,000 रुपये सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजे जाते हैं।
पीएम किसान योजना की 19वीं किस्त
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कहा कि 24 फरवरी 2025 को प्रधानमंत्री किसान योजना की 19वीं किस्त शुरू होगी। यह धन इस दिन बिहार के भागलपुर में एक कार्यक्रम में किसानों के खातों में भेजा जाएगा। कुल 22,000 करोड़ रुपये का लाभ इस खंड से लगभग 9.8 करोड़ किसानों को मिलेगा। किसानों के लिए यह राशि महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी।
पीएम किसान योजना का उद्देश्य
Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi का मुख्य उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को धन देना है। यह योजना उन किसानों के लिए बनाई गई है जो अपनी कृषि गतिविधियों को जारी रखने और अपने परिवार की आवश्यकताओं को पूरा करने में संघर्ष कर रहे हैं।
मुख्य उद्देश्य:
- आर्थिक मदद: किसानों को उनकी खेती से जुड़े खर्चों में सहायता प्रदान करना।
- सार्वजनिक सुरक्षा: छोटे किसानों को वित्तीय सुरक्षा देना
- कृषि प्रगति: कृषि क्षेत्र में विकास और उत्पादन को बढ़ावा देना
पीएम किसान योजना का महत्व
भारतीय कृषि क्षेत्र इस योजना से बहुत प्रभावित होगा। न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति सुधरती है, बल्कि इससे कृषि उत्पादन भी बढ़ता है।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- पैसा सीधे लाभार्थी को: बिचौलियों की भूमिका समाप्त होती है क्योंकि योजना सीधे किसानों के बैंक खातों में पैसे भेजती है।
- योग्यता मानदंड: योजना का लक्षित लाभ केवल छोटे और सीमांत किसानों को मिल सकता है।
पीएम किसान योजना का विवरण
योजना का नाम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना है, जिसकी शुरुआत 2019 में हुई थी. लाभार्थियों की संख्या लगभग 9.8 करोड़ लोग हैं, और वार्षिक सहायता 6,000 रुपये की तीन किस्तों (हर चार महीने में 2,000 रुपये) दी गई है. कुल राशि लगभग 3.5 लाख करोड़ रुपये दी गई है।
पीएम किसान योजना की पात्रता
इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं:
- भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- छोटे या सीमांत किसान होना चाहिए।
- खेती करने के लिए खुद की जमीन होनी चाहिए।
- जिन किसानों को 10,000 रुपये से ज्यादा की पेंशन मिल रही हो, वे इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
- इनकम टैक्स भरने वाले किसान इस योजना का लाभ नहीं ले सकते।
e-KYC प्रक्रिया
पीएम किसान योजना का एक अनिवार्य हिस्सा e-KYC प्रक्रिया है। ताकि वे अपनी किस्त पा सकें, सभी लाभार्थियों को इस प्रक्रिया को पूरा करना होगा।
e-KYC कैसे करें:
- PM Farmer पोर्टल पर जाएं।
- e-KYC चुनें।
- अपना आधार नंबर दर्ज करके आवश्यक विवरण भरें।
- OTP प्राप्त करें और उसे जांचें।
पीएम किसान योजना का भविष्य
सरकार ने इस योजना को बढ़ाने और अधिक किसानों तक पहुंचने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। यह किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारेगा और कृषि क्षेत्र में स्थिरता लाएगा।
निष्कर्ष
भारतीय किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने वाली सफल योजना प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना है। इसके माध्यम से छोटे और सीमांत किसानों की आवश्यकताएं पूरी की जाती हैं।
महत्वपूर्ण बातें:
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जारी 19वीं किस्त से लाखों किसानों को राहत मिलेगी। e-KYC प्रक्रिया पूरी करने वाले ही इस किस्त का लाभ उठा सकेंगे।
- Disclaimer:
यह जानकारी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना पर आधारित है। यह योजना वास्तविक है और इसके तहत सरकार द्वारा वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
उत्तर प्रदेश
सरकारी स्कूल में बच्चे खाएंगे खीर,हलवा और लड्डू, बजट का पता नहीं
पूर्वांचल भारत न्यूज़ यूपी
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 11 से 17 अगस्त तक परिषदीय स्कूल के बच्चों को मध्याह्न भोजन के साथ खीर, हलवा और लड्डू देने का आदेश शासन ने जारी किया है। इसका अलग से कोई बजट जारी नहीं होने के कारण जिम्मेदार एमडीएम के कन्वर्जन कास्ट में से ही इसको बनाने का शिक्षकों पर दबाव बना रहे हैं। इसको लेकर शिक्षक परेशान हैं।
देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष होने पर सरकार आजादी का अमृत महोत्सव मना रही है। इसके लिए 11 से 17 अगस्त तक जहां घर-घर तिरंगा लगाने का अभियान चलाया गया है वहीं परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को मध्याह्न भोजन के साथ खीर, हलवा और लड्डू भी खिलाने का आदेश जारी किया गया है। हालांकि इसके लिए अलग से बजट नहीं दिया गया है। आदेश आने के बाद जिम्मेदार एमडीएम के कन्वर्जन कास्ट की रकम से ही यह व्यवस्था कराने का दबाव बना रहे है। शिक्षक कन्वर्जन कास्ट की रकम से ही खीर के लिए दूध आदि का इंतजाम करने में परेशान हैं।
कन्वर्जन कास्ट की रकम से होगा इंतजाम
एमडीएम के जिला समन्वयक दीपक पटेल का कहना है कि शासन ने 11 से 17 अगस्त तक मध्याह्न भोजन के साथ बच्चों को खीर, हलवा और लड्डू खिलाने का आदेश दिया है। इसको लेकर शिक्षकों को अवगत करा दिया गया है। मध्याह्न भोजन के लिए मिलने वाले कन्वर्जन कास्ट की राशि में से ही इसका इंतजाम करना है।
यह मिलता है कन्वर्जन कास्ट
मध्याह्न भोजन के लिए प्राथमिक विद्यालय के प्रति बच्चे के हिसाब से औसतन 4.97 रुपये और उच्च प्राथमिक विद्यालय में 7.45 रुपये कन्वर्जन कास्ट के रूप में मिलते हैं। यह रकम विद्यालय के मध्याह्न भोजन निधि खाते में भेजी जाती है। विभाग का दावा है कि जिले में मध्याह्न भोजन का बकाया किसी विद्यालय का नहीं है बल्कि कई विद्यालयों के खाते में एडवांस कन्वर्जन कास्ट की राशि पड़ी हुई है। सभी विद्यालयों में प्रतिदिन मेन्यू के हिसाब से मध्याह्न भोजन बन रहा है।
यह है मध्याह्न भोजन का मेन्यू
सोमवार- रोटी-सब्जी व दाल
मंगलवार- दाल-चावल
बुधवार- तहरी व दूध
गुरुवार- दाल-रोटी
शुक्रवार- तहरी
शनिवार- चावल-सब्जी
परिषदीय स्कूलों की स्थिति
परिषदीय स्कूल – 2504
शिक्षक – 9500
शिक्षामित्र – 2800
अनुदेशक – 452
छात्र – 3.4 लाख
अपराध
गोस्वामी तुलसीदास जयंती पर विशेष

पूर्वांचल भारत न्यूज़
जीवन परिचय
गोस्वामी तुलसीदास जी हिन्दी साहित्य के महान सन्त कवि थे,
तुलसीदासजी का जन्म संवत 1589 को उत्तर प्रदेश (वर्तमान बाँदा ज़िला) के राजापुर नामक ग्राम में हुआ था। इनके पिता का नाम आत्माराम दुबे तथा माता का नाम हुलसी था। इनका विवाह दीनबंधु पाठक की पुत्री रत्नावली से हुआ था। अपनी पत्नी रत्नावली से अत्याधिक प्रेम के कारण तुलसी को रत्नावली की फटकार “लाज न आई आपको दौरे आएहु नाथ” सुननी पड़ी जिससे इनका जीवन ही परिवर्तित हो गया। पत्नी के उपदेश से तुलसी के मन में वैराग्य उत्पन्न हो गया। इनके गुरु बाबा नरहरिदास थे, जिन्होंने इन्हें दीक्षा दी। इनका अधिकाँश जीवन चित्रकूट, काशी तथा अयोध्या में बीता।
तुलसीदास जी का बचपन बड़े कष्टों में बीता। माता-पिता दोनों चल बसे और इन्हें भीख मांगकर अपना पेट पालना पड़ा था। इसी बीच इनका परिचय राम-भक्त साधुओं से हुआ और इन्हें ज्ञानार्जन का अनुपम अवसर मिल गया। पत्नी के व्यंग्यबाणों से विरक्त होने की लोकप्रचलित कथा को कोई प्रमाण नहीं मिलता। तुलसी भ्रमण करते रहे और इस प्रकार समाज की तत्कालीन स्थिति से इनका सीधा संपर्क हुआ। इसी दीर्घकालीन अनुभव और अध्ययन का परिणाम तुलसी की अमूल्य कृतियां हैं, जो उस समय के भारतीय समाज के लिए तो उन्नायक सिद्ध हुई ही, आज भी जीवन को मर्यादित करने के लिए उतनी ही उपयोगी हैं। तुलसीदास द्वारा रचित ग्रंथों की संख्या 39 बताई जाती है। इनमें रामचरित मानस, कवितावली, विनयपत्रिका, दोहावली, गीतावली, जानकीमंगल, हनुमान चालीसा, बरवै रामायण आदि विशेष रूप से उल्लेखनीय है।
अपराध
यूपी में फिर ‘लिव-इन से लव जिहाद’ का खेल

पूर्वांचल भारत न्यूज़ गाज़ियाबाद
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में लव जिहाद का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक मुस्लिम युवक हिंदू बनकर सिख धर्म की लड़की के साथ लिव इन रिलेशन में रहा और फिर अपनी पहचान छुपाकर एक बच्चा भी पैदा कर लिया। दरअसल, मामला इंदिरापुरम का है, जहां सिख धर्म की एक महिला ने अपने पति पर लव जिहाद का आरोप लगाया है, जिसके साथ वह करीब 8 साल से लिव-इन रह रही थी। मामला अब पुलिस में भी पहुंच गया है।
साल 2016 से साथ रही महिला ने आरोप लगाया है कि उसके पति ने अपना धर्म उससे छुपाया। आरोप है कि शाहनवाज ने सुमित बन की शादी, बच्चा भी पैदा किया और उसका पति सुमित यादव बनकर उससे मिला था, जबकि उसका असली नाम शाहनवाज आलम है, जिसकी जानकारी महिला को 2022 में मिली। पीड़ित महिला का आरोप है कि आठ साल पहले आरोपी शहनवाज आलम ने खुद को सुमित यादव बता कर उसके करीब आया और दोनों लिव-इन में रहने लगे, जिस दौरान उन्हें एक बच्चा हुआ, जो अभी चार साल का है।
महिला ने आरोप लगाया है कि उसका पति उस पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाता था और बच्चे के खतने के लिए बोलता था। महिला का आरोप यह भी है कि उसका पति शाहनवाज पहले से ही शादीशुदा है और उसकी पहली शादी से 7 साल का बच्चा है। इतना ही नहीं, उसकी पहली पत्नी भी हिंदू है. महिला ने आगे आरोप लगाया कि उसका पति वैश्यावृत्ति का रैकेट चलाता है और उसको भी यह काम करने का दबाव बनाता है। फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है।
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