मौसम
यूपी में बन रहा हवा का दबाव क्षेत्र, 17 और 18 सितंबर को कहीं भारी, कहीं ज्यादा भारी बारिश का अलर्ट
यूपी में भादो में सावन का कसर पूरा होने की उम्मीद दिख रही है। पिछले तीन दिनों से रुक-रुककर कभी हल्की तो कभी भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग.

यूपी में भादो में सावन का कसर पूरा होने की उम्मीद दिख रही है। पिछले तीन दिनों से रुक-रुककर कभी हल्की तो कभी भारी बारिश हो रही है। इस बीच मौसम विभाग ने 17 और 18 सितंबर को उत्तर प्रदेश में भारी और कहीं-कहीं बहुत भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। इससे पहले 15 व 16 सितम्बर को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हल्की से सामान्य बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कम हवा का एक दबाव क्षेत्र दक्षिणी उत्तर प्रदेश पर बन रहा है।
पिछले 24 घंटों के दरम्यान प्रदेश में सबसे अधिक 12 सेंटीमीटर बारिश देवरिया में रिकार्ड की गई। इसके अलावा बाराबंकी के रामनगर में 11, अयोध्या, चित्रकूट के कर्वी में नौ-नौ, देवरिया के सलेमपुर, जालौन के कालपी में छह-छह, हमीरपुर, झांसी के चिल्लाघाट, झांसी के थरौली, बिजनौर के नगीना, हमीरपुर के शहजीना, बस्ती, बारांकी के हैदरगढ़, रायबरेली के डलमऊ, कौशाम्बी के मंझनपुर, गोण्डा के तरबगंज में पांच-पांच, गोरखपुर के मुखलिसपुर, अमेठी के मुसाफिरखाना, संतकबीरनगर के घनघटा, गोण्डा के मनकापुर में चार-चार सेण्टीमीटर बारिश दर्ज की गई।
इन जिलों में बारिश की संभावना-
बांदा, चित्रकुट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत कबीर नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, कनौज, कानपुर शहर, कानपुर देहात, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर मैनपुरी, इटावा, झांसी, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा और ललीतपुर है।
फसलों के लिए फायदेमंद;
कृषि विभाग के अवकाश प्राप्त उप निदेशक डॉ..सी.पी.श्रीवास्तव के अनुसार प्रदेश में अब हो रही यह बारिश धान व खरीफ की अन्य फसलों के लिए बहुत फायदेमंद है क्योंकि इस वक्त धान की फसल में फूल आने लगे हैं और बालियां बनेंगी।
इसके अलावा दलहन व तिलहन की फसलों को भी यह बारिश फायदा देगी। विभाग के संयुक्त निदेशक आर.के.सिंह ने किसानों को सलाह दी कि इस बारिश का पानी खेत से निकलने न दें, खरपतवार पर पूरा ध्यान दें और जहां खेत खाली हों वहां तरोई की बोवाई करें।
उत्तर प्रदेश
गोरखपुर में सरयू नदी डेंजर लेवल पार, 4 गांव के 2000 लोग प्रभावित, राप्ती स्थिर, रोहिन में घटाव

गोरखपुर, 09 अगस्त 2025
नेपाल में लगातार हो रही भारी वर्षा का असर पूर्वी उत्तर प्रदेश की नदियों पर साफ दिख रहा है। सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिससे चार गांवों के लगभग 2000 लोग प्रभावित हुए हैं। अयोध्या पुल के पास मीटर गेज पर शुक्रवार शाम सरयू का पानी खतरे के निशान से 53 सेंटीमीटर ऊपर दर्ज किया गया।
सरयू का पानी एल्गिन ब्रिज, अयोध्या पुल, बरहज, तुर्तीपार, चांदपुर और मांझी में भी खतरे के स्तर से ऊपर बह रहा है। वहीं, बर्डघाट में राप्ती नदी का जलस्तर गुरुवार देर रात से शुक्रवार सुबह तक बढ़ा, लेकिन शाम तक स्थिर हो गया। रोहिन नदी में 24 घंटे के भीतर 52 सेंटीमीटर की गिरावट दर्ज की गई है, जो त्रिमुहानी घाट पर मापी गई
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता विपिन बिहारी सिंह ने बताया कि सरयू का बढ़ता जलस्तर राप्ती और रोहिन नदियों पर भी असर डाल सकता है।
संभावित बाढ़ को देखते हुए सिंचाई विभाग और तहसील प्रशासन की ओर से तटवर्ती गांवों में बाढ़ सुरक्षा समितियों की बैठकें की जा रही हैं। बरहुआ में राप्ती नदी अपने खतरे के निशान से करीब एक मीटर नीचे बह रही है। यहां बाढ़ चौकी पर अभियंताओं और राजस्व कर्मियों ने ग्रामीणों से मुलाकात कर बाढ़ के समय सतर्क रहने, बंधे में कटान की जानकारी तत्काल देने और सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक किया।
नावों के जरिए कई गांवों में लोगों का आना-जाना जारी है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचना पर भरोसा करें।
#गोरखपुरबाढ़ #सरयूनदी #राप्तीनदी #रोहिननदी #FloodUpdate #PurvanchalNews

टॉप न्यूज़
प्रयागराज में बाढ़ का खतरा फिर बढ़ा, गंगा-यमुना ने दोहराया 2013 की स्थिति

प्रयागराज, 8 अगस्त 2025
उत्तर प्रदेश का प्रयागराज जिला एक बार फिर बाढ़ के गंभीर खतरे का सामना कर रहा है। गंगा और यमुना दोनों नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ते हुए 2013 की बाढ़ जैसी स्थिति तक पहुंच चुका है। विशेषज्ञों की मानें तो अगर जलस्तर में और वृद्धि हुई, तो 1978 और 2013 जैसी तबाही दोबारा हो सकती है।
🔹 वर्तमान स्थिति:
- गंगा नदी का जलस्तर (फाफामऊ): 86.11 मीटर
- यमुना नदी का जलस्तर (नैनी): 86.12 मीटर
ये आंकड़े 2013 के जलस्तर के बेहद करीब हैं, जब: - गंगा: 86.820 मीटर
- यमुना: 86.600 मीटर
और तब 7 तहसीलों के 233 गांव बुरी तरह प्रभावित हुए थे।
🔹 ऐतिहासिक बाढ़ की जानकारी:
आजादी के बाद की सबसे भीषण बाढ़ प्रयागराज में सितंबर 1978 में आई थी।
- गंगा का जलस्तर: 88.390 मीटर
- यमुना का जलस्तर (नैनी): 87.990 मीटर
- 251 गांव पूरी तरह जलमग्न हो गए थे।
- यमुना बैंक रोड से शहर में पानी घुस गया था, और बक्शी बांध में रिसाव शुरू हो गया था।
📜 अब तक प्रयागराज में बाढ़ के प्रमुख वर्ष:
वर्ष | विवरण |
---|---|
1948 | पहली बाढ़ आजादी के बाद |
1956 | दूसरी बाढ़ की दस्तक |
1967 | गांवों में व्यापक नुकसान |
1971 | नदियों का जलस्तर बढ़ा |
1978 | सबसे गंभीर बाढ़, 251 गांव प्रभावित |
1983 | पुनः बाढ़ का असर |
2001 | शहरी क्षेत्र में बाढ़ |
2013 | दूसरी सबसे बड़ी बाढ़, 233 गांव प्रभावित |
2016-2022 | हर वर्ष बाढ़ से हल्की से मध्यम तबाही |
🔍 दृश्य और प्रभाव:
गंगा और यमुना के बढ़ते जलस्तर के बीच कर्जन ब्रिज, नैनी ओल्ड ब्रिज, और आजाद सेतु बाढ़ के पानी के बीच नजर आ रहे हैं। नदी किनारे बस्तियों और निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है।
🚨 प्रशासन की तैयारी:
प्रशासन और आपदा राहत दल पूरी तरह सतर्क हैं।
- बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत कैंप खोले गए हैं।
- नावें और रेस्क्यू टीम तैनात की गई हैं।
- निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
👉 निष्कर्ष:
वर्ष 2025 में प्रयागराज एक बार फिर गंभीर बाढ़ की कगार पर है। 2013 की यादें ताजा हो गई हैं, जबकि 1978 का भयावह इतिहास सभी को सतर्क रहने की चेतावनी दे रहा है। प्रशासन और जनता दोनों को मिलकर सतर्कता बरतने की जरूरत है।
#PrayagrajFlood2025, #GangaYamunaFlood, #FloodAlertUP, #PrayagrajBaadh, #Badh2025, #PrayagrajNews, #जलस्तरप्रयागराज
उत्तर प्रदेश
दावे स्वच्छता के, बारिश में गोरखपुर बेहाल: नाले ओवरफ्लो, नगर निगम की खुली पोल

गोरखपुर, 28 जुलाई 2025
गोरखपुर में जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है । शहर में हुई लगातार बारिश ने नगर निगम की जलनिकासी और सफाई व्यवस्था की कलई खोल दी है। रविवार रात से शुरू हुई बारिश ने राप्तीनगर फेज एक, फेज चार, चंद्रगुप्त नगर, डॉक्टर कॉलोनी, सिविल लाइन्स स्कूल रोड, विजय चौराहा और जिला अस्पताल के पास जलभराव की गंभीर स्थिति पैदा कर दी।
नाले-नालियों के ओवरफ्लो होने से गंदा पानी सड़कों पर बहता रहा, जिससे आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ। स्थानीय लोगों ने बताया कि वर्षों से इस समस्या के समाधान के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन हर बार बारिश आते ही तस्वीर वही पुरानी हो जाती है।
प्रशासन हरकत में:
बारिश के बीच ही नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल मौके पर पहुंचे और कई जलभराव प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण विभाग के अधिकारियों और सफाई कर्मचारियों को फटकार लगाते हुए व्यवस्था तत्काल सुधारने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने कहा कि “जलभराव की समस्या को लेकर पूरी निगरानी की जा रही है, जिम्मेदारों पर कार्रवाई तय है।”
मेयर ने दी सफाई, जनता ने किया विरोध:
नगर निगम के मेयर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने कहा कि “जहां-जहां विकास कार्य हुए हैं, वहां पानी ज्यादा देर नहीं ठहरा। संभव है कुछ क्षेत्रों में दिक्कत हुई हो, लेकिन व्यवस्था पहले से बेहतर है।” हालांकि स्थानीय निवासियों ने इस दावे को खारिज किया और कहा कि “वास्तविकता जमीन पर साफ दिख रही है, दावे कागज़ों तक सीमित हैं।”
गोरखपुर में जलभराव से जनजीवन बेहाल: बारिश ने खोली नगर निगम के दावों की पोल
नगर निगम द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से नालों की सफाई और जलनिकासी को लेकर किए गए दावे इस पहली ही बड़ी बारिश में फेल साबित हुए। अगर नगर निगम समय रहते पुख्ता इंतज़ाम नहीं करता, तो आने वाले दिनों में यही जलभराव स्वास्थ्य संकट और दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है।
गोरखपुर #जलभराव #बारिश #नगरनिगम #राप्तीनगर #साफसफाई #सिविकइन्फ्रास्ट्रक्चर #गोरखपुरसमाचार #नगरआयुक्त #मेयरगोरखपुर
अयोध्या
पूर्वांचल में आज सुबह हल्की बारिश से किसानों के चेहरों पर आई हल्की मुस्कान

पूर्वांचल भारत न्यूज़
काफी दिनों से बारिश न होने के कारण सूखा की मार झेल रहा पूर्वांचल के तमाम जिला तो लोग मायूस होने लगे थे फसल बरबाद होने के कगार पर था लेकिन कहीं कहीं देखा जा रहा था कि इन्द्र देवता को खुश करने के लिए तरह तरह के पुराने टोटके अपना रहे थे, कहीं मेंढ़क मेढकी की शादी,कहीं विधायक के ऊपर पानी और कचरा से नहलाया का रहा था, तो कहीं जमीन पर मेघ की रिझाने के लिए काच कचौती खेला जा रहा था, लेकिन आज सुबह जब हल्की बारिश हुई तो किसानों के चेहरे पर हल्की मुस्कान देखने को मिला।
अयोध्या
यूपी में आज से 3 दिनों तक बारिश की चेतावनी

पूर्वांचल भारत न्यूज़
उत्तर प्रदेश के 54 जिलों में बारिश की चेतावनी।
गरज चमक के साथ बिजली गिरने की चेतावनी।
यूपी के 11 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी,बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच के लिए अलर्ट जारी,लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बिजनौर के लिए अलर्ट, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत के लिए अलर्ट,लखनऊ सहित बाराबंकी,कानपुर के लिए अलर्ट,1 जून से अब तक यूपी में 55% कम हुई बारिश,प्रदेश के 33 जिलों में सामान्य से 70% बारिश कम।
गोरखपुर ग्रामीण
गोरखपुर में हो रही मूसलाधार बारिश किसानों के चेहरे छाई खुशी

पूर्वांचल भारत न्यूज़
गोरखपुर में हो रही मूसलाधार बारिश किसानों के चेहरे खुशी छा गई। पूर्वांचल के लगभग सभी जिलों में झमाझम बारिश हुई।
अयोध्या
पूर्वांचल में आज सुबह हल्की बारिश से किसानों के चेहरों पर आई हल्की मुस्कान

पूर्वांचल भारत न्यूज़
काफी दिनों से बारिश न होने के कारण सूखा की मार झेल रहा पूर्वांचल के तमाम जिला तो लोग मायूस होने लगे थे फसल बरबाद होने के कगार पर था लेकिन कहीं कहीं देखा जा रहा था कि इन्द्र देवता को खुश करने के लिए तरह तरह के पुराने टोटके अपना रहे थे, कहीं मेंढ़क मेढकी की शादी,कहीं विधायक के ऊपर पानी और कचरा से नहलाया का रहा था, तो कहीं जमीन पर मेघ की रिझाने के लिए काच कचौती खेला जा रहा था, लेकिन आज सुबह जब हल्की बारिश हुई तो किसानों के चेहरे पर हल्की मुस्कान देखने को मिला।